गाजीपुर। पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने आज समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अपने आवास पर पत्रकारों को उन्होने बताया कि जिले में समाजवादी पार्टी माफिया अंसारी परिवार के इशारे पर चल रही है जिससे क्षुब्ध होकर वह इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने बुधवार को जमकर अफजाल अंसारी और उनके परिवार पर हमला बोला।
उन्होने कहा कि 33 वर्षों से सपा मैं निष्ठावान कार्यकर्ता रहा। जिला पंचायत चुनाव में अफजाल अंसारी के इशारे पर सपा की कमेटी ने हमारा टिकट काट दिया। यही नहीं, जब मैं चुनाव लड़ रहा था तब चुनाव के दौरान मेरे बड़े भाई तेज बहादुर सिंह का निधन हो गया लेकिन सपा का कोई भी नेता फोन करके मेरा हाल-चाल नहीं लिये और न ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मेरा दुख जाना। इसके बावजूद मैंने फोन से अखिलेश यादव को सूचना दी। यूपी में चुनाव हारने पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि जब अखिलेश यादव माफिया बजरंगी और दुर्दांत अपराधी विकास दूबे से अफजाल अंसारी के राय पर हमदर्दी दिखायेंगे तो यूपी की जनता सपा को जरूर हरायेगी। यूपी की जनता शांति चाहती है न कि मार-काट। उन्होंने कहा कि अगर सांसद अफजाल अंसारी में दम है तो बसपा से इस्तीफा देकर सपा में सामने आकर राजनीति करें। पर्दे के पीछे से राजनीति क्यों करते हैं। वह बसपा की खाते हैं और सपा की गाते हैं।
श्री सिंह ने सपा कार्यकर्ताओं से सवाल पूछा है कि अब आपके आदर्श अफजाल अंसारी, अब्बास अंसारी हैं जिन्होंने मुलायम सिंह यादव की धोती खोलने का ऐलान किया था। पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने कहा कि सपा में हो रहे अपराधीकरण के चलते मैंने त्यागपत्र दिया है। अब मैं समाजसेवा करूंगा। भाजपा में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जैसा समय आयेगा, वैसा निर्णय लूंगा।
इस अवसर पर लल्लन सिंह, रामराज प्रजापति, मुन्ना यादव, खेदन यादव, महेंद्र यादव, नागेंद्र यादव, कल्लू सिंह आदि सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।