नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव ने शुक्रवार को कहा कि छात्रों को हिंसा, आंदोलन, अराजकता का रास्ता छोड़कर चरित्र निर्माण, राष्ट्र निर्माण और कैरियर पर ध्यान देना चाहिए।

दिल्ली में आयोजित एक प्रेसवार्ता में योग गुरु ने कहा कि जेएनयू एवं अन्य विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों को हिंसा, आंदोलन, अराजकता को छोड़कर अपने स्वयं के निर्माण पर ध्यान केन्द्रित रहना चाहिए। उन्होंन कहा कि 2024 तक भारतीय जनता पार्टी को देश ने जनादेश देकर सत्ता पर बिठाया है। विपक्ष के लोगों को भी धैर्य के साथ राजनीतिक विरोध करते हुए राष्ट्र निर्माण में हाथ बटाना चाहिए। देश की दुनिया में बदनामी नहीं होनी चाहिए।

बाबा रामदेव ने कहा कि जेएनयू और अन्य विश्वविद्यालयों में आजादी के नारे लगाए जा रहे हैं। यह आजादी गांधी, नेहरू और भगत सिंह से प्रेरित हो तो समझ में आता है। जिन्ना वाली आजादी के नारे लगना देश के साथ दोखा और गद्दारी है।

बाबा रामदेव ने कहा कि देश की बड़ी समस्याएं महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी और इस देश को सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाने की है। इस दिशा में कैसे हम सबको आगे लेकर जाएं, यह सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।

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