कुछ शोधकर्ताओं ने हाथों में पहनने वाले एक ऐसे यंत्र की खोज की जो किसी व्यक्ति के पसीने का इस्तेमाल कर उससे बिजली का निर्माण कर सकता है। आपको सुनकर ये अजीब लग रहा होगा लेकिन ये सच है। आज के जमाने में साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है जिसका हम अंदाजा भी नही लगा सकते।

कैसे करता है ये काम?
रिसर्चर्स का दावा है कि इस यंत्र को उंगलियों में अटैच किया जा सकता है और फिर ये उंगलियों की नमी को कैच करते हुए उससे बिजली बनाता है. चूंकि फिंगर टिप्स पर काफी पसीना आता है, ऐसे में एक स्मार्ट स्पॉन्ग मटीरियल के सहारे इस पसीने को इकट्ठा किया जा सकता है और फिर कंडक्टर्स द्वारा इसे प्रोसेस किया जाता है.

ये प्रोटोटाइप डिवाइज फिलहाल अभी काफी कम पावर ही जनरेट कर पाता है और ये तीन हफ्तों तक हाथों में पहनने के बाद एक स्मार्टफोन को चार्ज करने लायक बिजली उत्पन्न कर पाता है लेकिन भविष्य में इसकी क्षमता में काफी अधिक इजाफा किया जा सकेगा.

बिना मेहनत के बनेगी बिजली

सीनियर प्रोफेसर जोसेफ वॉन्ग ने कहा कि फिंगर की टिप पर अगर आप कुछ ना भी कर रहे हों तो भी बहुत थोड़ी मात्रा में पसीना होता है, इस टेक्नोलॉजी के सहारे आप बिना कुछ मेहनत किए इससे बिजली जनरेट कर सकते है. इसे इंवेस्टमेंट पर मैक्सिमम एनर्जी रिटर्न कहा जाता है.

क्या इस यंत्र का मकसद?
मिस्टर यिन ने कहा कि हम इसे एक प्रैक्टिकल यंत्र बनाना चाहते हैं. हम सिर्फ ये नहीं चाहते कि बाजार में एक और कूल प्रॉडक्ट आया है जो छोटी-मोटी पावर जनरेट कर पाता हो. हम इस तकनीक से पैदा होने वाली बिजली के सहारे जरूरी इलेक्ट्रॉनिक सामानों को चार्ज कर सकते हैं और इसे लगातार बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है.

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