विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची 2020 जारी की है। इस लिस्ट में देश भर के 24 विश्वविद्यालयों को रखा गया है, जिन्हें फर्जी करार दिया गया है। आयोग के अनुसार इन विश्वविद्यालयों को कोई भी डिग्री प्रदान करने का अधिकार नहीं है। आयोग द्वारा इस लिस्ट में दिल्ली में कुल 7 और उत्तर प्रदेश में 8 विश्वविद्यालयों को फर्जी घोषित किया गया है। वहीं इनके अलावा कर्नाटक से 2 और केरल से एक यूनिवर्सिटी को फर्जी घोषित किया गया है, जबकि महाराष्ट्र से 2 और वेस्ट बंगाल की एक यूनिवर्सिटी फर्जी बताई जा रही है। इस संबंध में यूजीसी ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है। इसमें लिखा है कि यह सभी यूनिवर्सिटीज गैर कानूनी रूप से संचालित हो रहे हैं।
दिल्ली
कर्मशियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड
यूनाइटड नेशन यूनिवर्सिटी
एडीआर सेंट्रिक ज्यूडीशियल यूनिवर्सिटी
इंडिन इंस्ट्टीयूट ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग
विश्वकर्मा ओपन यूनिवर्सिटी
उत्तर प्रदेश
आध्यात्मिक यूनिवर्सिटी
महिला ग्राम विद्यापीठ / विश्व विद्यालय
गांधी हिंदी विद्यापीठ
इलेक्ट्रो कॉम्प्लेक्स होम्योपैथी के राष्ट्रीय विश्वविद्यालय
नेताजी सुभाष चंद्र बोस विश्वविद्यालय (मुक्त विश्वविद्यालय)
इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद कर्नाटक बडगानवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसाइटी
केरल
सेंट जॉन विश्वविद्यालय
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र राजा अरबी विश्वविद्यालय
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल भारतीय वैकल्पिक चिकित्सा संस्थान
भारतीय वैकल्पिक चिकित्सा और अनुसंधान संस्थान
ओडिशा
उत्तर उड़ीसा कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, ओडिशा पुडुचेरी
श्री बोधि उच्च शिक्षा अकादमी, सं. 186, थिलसपेट, वाज़ुथवूर रोड, पुदुचेरी -605009
इसके अलावा यूजीसी ने नए शैक्षणिक सत्र के संबंध में निर्देश दिए हैं। इसके मुताबिक देश भर के विश्वविद्यालयों में 1 नवंबर, 2020 से नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होगी। वहीं ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों के लिए प्रथम वर्ष की कक्षाएं नवंबर 2020 में शुरू होंगी। बता दें कि इस बार कोविड-19 महामारी की वजह से नया शैक्षणिक लेट हो गया है। आमतौर पर जुलाई-अगस्त में शुरू होने वाला सत्र इस बार नवंबर में शुरू होगा। इसके अलावा महामारी की वजह से मार्च में होने वाली वार्षिक परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई थीं।