नोएडा में करीब 90 लाख लोगों को बल्क एसएमएस भेजकर आइफोन बेचने के नाम पर 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी का मामला सामने आया है। मामले में चारों आरोपियों को साइबर सेल और थाना फेज-3 पुलिस ने सेक्टर-100 से गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से भारी मात्रा में कैश, मोबाइल फोन, लैपटॉप समेत कीमती सामान बरामद हुआ है।

पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। साइबर सेल इंचार्ज बलजीत सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों की पहचान अंकित रमोला और हर्षित रमोला निवासी साउथ गणेश नगर दिल्ली, आकाश बंसल निवासी एल्फा-2 ग्रेटर नोएडा और आकाश कंसल निवासी मोहन नगर कॉलोनी पिलखुआ जिला हापुड़ के रूप में हुई।

आरोपियों के कब्जे से क्या-क्या मिला
अंकित रमोला इस गैंग का लीडर है। अंकित व हर्षित सगे भाई हैं। आरोपियों के कब्जे से 17 लाख 62 हजार 7 सौ रुपये कैश, 10 मोबाइल, 5 लैपटॉप, 12 डेबिट कार्ड, 4 आधार कार्ड, 3 पैन कार्ड, 2 डोंगल, 2 चेक बुक और 2 ऐपल वॉच बरामद हुए है।

सोशल मीडिया से आया आइडिया
गिरफ्तार किया गया अंकित रमोला बीकॉम पासआउट है। उसे सोशल मीडिया और इंटरनेट पर सर्च करने से यह आइडिया आया। आरोपी ने सॉफ्टवेयर की मदद से बल्क मेसेज भेजने वाली निबंस कंपनी का सर्वर हैक कर लिया। सर्वर हैक करने के बाद आरोपियों ने 90 लाख लोगों का डेटा चुराया और आईफोन खरीदने के लिए बल्क एसमएस भेज दिए। कंपनी की आरे से सर्वर हैक होने की गई शिकायत की जांच के दौरान पुलिस आरोपियों तक पहुंची।

आधे दामों में आइफोन देने का दिया था झांसा
आरोपियों ने बल्क एसएमएस में आधे दामों में आइफोन देने का झांसा दिया था। इसके साथ ही इन लोगों ने प्री बुकिंग भी की थी। ये लोग फर्जी अकाउंट में पैसा मंगाते थे। करीब आठ महीनों में शुरुआती जानकारी में आरोपियों ने सौ करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। आरोपियों के अकाउंट चेक करने पर यह जानकारी हुई है। पुलिस अभी आरोपियों के फर्जी अकाउंट्स की जांच करने में जुटी है।

पुलिस अधिकारियों की मानें तो अब तक आरोपियों से बरामद हुए अकाउंट में करीब 100 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। आरोपी इन दिनों धोखाधड़ी के जरिये कमाए गए पैसों को एक फर्जी अकाउंट से दूसरे फर्जी अकाउंट और दूसरे फर्जी अकाउंट से तीसरे फर्जी अकाउंट में ट्रांसफर कर रहे थे। फिलहाल आरोपियों की मंशा धोखाधड़ी से कमाए गए पैसों को ठिकाने लगाने की थी, जिससे पुलिस आरोपियों के अकाउंट्स के बारे में जांच ना कर पाए।

बिटकॉइन भी खरीदे
आरोपी वर्चुअल नंबर के जरीए लोगों को कॉल भी करते थे। उन्हें अपना रिश्तेदार बताकर झांसे में लेते थे। विदेश में फंसे होने की जानकारी देकर पैसों की मांग करते थे। अकाउंट में पैसा ट्रांसफर होने के बाद यह लोग बिटकॉइन खरीदते थे। पुलिस जांच में आरोपियों के लाखों रुपये के बिटकॉइन खरीदने की बात सामने आई है।

दो केस हुए थे दर्ज
आरोपियों के खिलाफ थाना फेज-3 में दो केस दर्ज हुए थे। इनमें एक केस सेक्टर-63 स्थित निबंस कंपनी ने दर्ज कराया था, जबकि दूसरा केस आरोपितों ने विदेश में होने का बहाना बनाकर एक शख्स को अपना रिश्तेदार बनाकर अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कराये थे। इन दोनों केस की जांच के बाद आरोपियों की गिरफ्तार हुई है।

1359क्या कहते हैं अधिकारी
साइबर सेल इंचार्ज, बलजीत सिंह ने बताया, ‘एक कंपनी का सर्वर हैक कर 90 लाख लोगों को बल्क एसएमएस भेजकर उन्हें आधे दामों में आईफोन देने का झांसा देकर ठगी करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें गैंग का सरगना भी शामिल है। आरोपियों ने करीब 100 करोड़ रुपये की ठगी की है।’

Show comments
Share.
Exit mobile version