अमेरिका। नवजात शिशु  के लिए मां का दूध संपूर्ण आहार माना गया है. यही कारण है कि जन्म के काफी समय बाद तक कई माएं शिशु को ब्रेस्ट फीड (Breast Feeding) कराती हैं.

लेकिन कई बार उचित आहार न लेना या अन्य वजहों से ब्रेस्ट मिल्क नहीं बनता है जिसके कारण पेरेंट्स काफी परेशान होते हैं. ऐसे लोगों के लिए राहत भरी एक अच्छी खबर है.

तकनीक ने इस हद तक प्रगति कर ली है कि ब्रेस्ट मिल्क अब प्रयोगशाला यानी कि साइंस लैब में तैयार किया जा सकेगा. इस दूध में ब्रेस्ट मिल्क की तरह ही पोषक तत्व भरे होंगे.

इस सिलसिले में अमेरिका की महिला वैज्ञानिकों ने दुनिया में पहली बार प्रयोग किया है. इसके तहत अब मां के दूध की तरह की पौष्टिक दूध लैब में तैयार किया जा सकेगा. वैज्ञानिकों ने इसे ‘बॉयोमिल्‍क’ कहा है. मी

डिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस सिलसिले में बात करते हुए वैज्ञानिकों ने बताया कि बॉयोमिल्‍क में मौजूद पोषक तत्व ब्रेस्ट मिल्क से अधिक हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि तीन सालों में यह दूध बाजार में उपलब्ध हो सकेगा.

 

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