New Delhi. प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के खानपान पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है। प्रेग्नेंसी में महिला को चाय से दूरी ही बना कर रखनी चाहिए। एक्सपर्ट्स की मानें तो वैसे तो चाय सिर्फ मन ही खुश नहीं करती बल्कि दिमाग भी शांत करती है, लेकिन इसका ज्यादा मात्रा में सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।

अधिक सेवन से महिला हो सकती हैं मिसकैरेज का शिकार

प्रेग्नेंसी में ये दुष्प्रभाव और ज्यादा स्पष्ट हो जाते हैं और प्रेग्नेंट महिला और उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि चाय की कैफीन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। प्रेग्नेंसी में ज्यादा कैफीन का सेवन किया जाए तो ये एसिडिटी का कारण और पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। डॉक्टर का कहना है कि प्रेग्नेंसी में ज्यादा मात्रा में चाय पीने से अपच, सूजन। डिहाइड्रेशन, एसिड रिफ्लक्स जैसी समस्याएं होना भी आम बात है। चाय में टैनिन नामक तत्व पाया जाता है, जो शरीर में आयरन की अवशोषित कर लेता है।

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में आयरन की कमी होने की वजह से एनीमिया जैसी बीमारी का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। डॉक्टर के अनुसार प्रेग्नेंसी के दौरान चाय पीने से मतली, सीने में जलन, हाइपरमेसिस, हाई ब्लड प्रेशर, मिसकैरेज जैसी समस्या हो सकती है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी के दौरान चाय का सेवन जन्म के समय नवजात शिशु के कम वजन का कारण बन सकता है। चाय में मौजूद कैफीन के कारण नींद की गुणवत्ता खराब हो सकती है। कई बार चाय का सेवन नींद न आने का कारण भी बन सकता है।

नींद न आने या नींद सही तरीके से न आने की वजह से थकावट, चिड़चिड़ापन और मोटापा जैसी समस्या हो सकती है। एक कप चाय में 20 से 40 मिलीग्राम कैफीन पाया जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा मात्रा में कैफीन का सेवन करने से घबराहट, तनाव, चिंता और बेचैनी का कारण बन सकता है। बता दें कि प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए एक बहुत ही नाजुक समय होता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसका सीधा असर उनके गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है।

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