नई दिल्ली : संत निरंकारी मिशन की ओर से रविवार को स्थानीय निरंकारी सत्संग भवन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इसमें 165 निरंकारी भक्तों ने स्वेच्छा से अपना रक्तदान किया। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित इस रक्तदान शिविर का उद्घाटन दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जाकिर खान ने किया। उनके साथ निरंकारी मिशन से सुरजीत नशीला, डॉक्टर नरेश अरोड़ा, क्षेत्रीय संचालक सत्यमोहन अनेजा, संयोजक प्यारा सिंह और अन्य निरंकारी भक्त उपस्थित रहे। रक्तदान कार्यक्रम की शुरुआत में सेवादल के उपस्थित बहन-भाइयों ने मिलकर संचालक कमलेश्वर चड्ढा के नेतृत्व में सिमरन कर प्रार्थना की। मुख्य अतिथि जाकिर खान ने संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया तथा ऐसे प्रेरणादायी रक्तदान के लिए बधाई दी। उन्होंने रक्तदान करने वालों को बधाई दी। सुरजीत नशीला ने मिशन के भक्तों द्वारा रक्तदान करके सतगुरु के कथन कि रक्त नाड़ियों में बहे, नालियों में नहीं का व्यवहारिक रूप से पालन हो रहा है। निरंकारी भक्त जीवन जीते हुए रक्तदान कर जीवन दान दे रहे हैं, वहीं मानव कल्याण में अंगदान भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सद्गुरु माता सुदीक्षा महाराज के आदेशों पर समर्पित होने के कारण ही संत निरंकारी मिशन देश की अग्रणी रक्तदाता संस्था है और रक्त का मुख्य और सबसे बड़ा स्रोत है। वर्ष 1986 से लगातार रक्तदान के शिविर देश और विदेशों में लगते रहते हैं। आज का रक्तदान शिविर भी इसी निष्काम सेवा का ही प्रतीक है। रक्तदान के इस अवसर पर रक्तदाताओं में बहुत उत्साह था। निरंकारी भक्तों द्वारा समर्पण के साथ नि:स्वार्थ सेवा के कार्यों एवं समाज कल्याण के दायित्वों का निर्वाह किया जाता है। रक्तदान शिविर में 211 रक्तदाताओं का पंजीकरण किया गया जिसमें से 165 यूनिट रक्त ही लिया जा सका। इसमें महिलाओं ने भी रक्तदान किया। रक्तदाताओं के लिए जलपान की व्यवस्था की गई थी। रक्तदान के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की टीम का नेतृत्व डॉक्टर विदुषी ने किया। डॉक्टरों की टीम ने ऐसे रक्तदान शिविर आयोजन के लिए निरंकारी मिशन एवं संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया तथा ऐसे प्रेरणादायी रक्तदान के लिए बधाई दी।
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