रांची। झामुमो महिला मोर्चा की केंद्रीय अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने कहा कि प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं होती। झारखंड की उम्रदराज खिलाडि़यों ने मास्टर्स गेम्स में पदकों की झड़ी लगाकर यह साबित कर दिया है। साथ ही यह भी साबित कर दिया है कि झारखंड में हर तरह की प्रतिभाएं हैं। माजी ने रविवार को द रांची प्रेस क्लब में नेशनल मास्टर्स गेम्स के विजेता खिलाडि़यों को सम्मानित करते हुए उक्त बातें कही।

माजी ने कहा कि झारखंड सरकार खेल और खिलाडि़यों के विकास के लिए लगातार प्रयासरत है। एक विशेष योजना बना कर खिलाडि़यों को लगातार मौके दिये जा रहे हैं और उनके लिए रोजगार के अवसर भी प्रदान किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मास्टर्स गेम्स के खिलाडि़यों के विकास के लिए भी सरकार को कदम उठाना चाहिए। इनके लिए वह खुद पहल करेंगी और सरकार के समक्ष उनकी समस्याओं को रखेंगी।

29 पदक जीत झारखंड का नाम किया रोशन : नवीन

मौके पर झारखंड मास्टर्स गेम्स के सचिव नवीन चंचल ने बताया कि पिछले दिनों केरल में आयोजित नेशनल मास्टर्स गेम्स में झारखंड के 13 खिलाडि़यों ने भाग लिया और कुल 29 पदक अपनी झोली में बटोर कर राज्य का नाम रोशन कर दिया। यहां भी झारखंड की बेटियों ने अपना दबदबा बरकरार रखते हुए 29 में से कुल 19 पदक हासिल किये। दूसरी ओर पुरुषों ने दस पदक हासिल कर राज्य का नाम रोशन किया। इस दौरान हम सभी लगातार खिलाड़यों के संपर्क में रहे और उनका उत्साहवर्द्धन करते रहे।

सम्मानित होने वाले खिलाडि़यों में शांति मुक्ता बारला, मेरी मुंजनी, सीता कुमारी, मनीषा कुमारी, पुष्पलता सोय, ज्योत्सन निशि मानकी, ओएस चंद्रशेखर आदि शामिल थे।

सम्मान समारोह के बाद सभी खिलाडि़यों ने सांसद महुआ माजी के साथ पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। करमटोली तालाब स्थित पार्क में आयोजित कार्यक्रम में सांसद माजी ने कहा कि हम सभी को कम से कम एक पौधा लगाकर उसका संरक्षण करना चाहिए।

Show comments
Share.
Exit mobile version