रांची।  बिहार – झारखंड की राजनीति में कभी आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की करीबी माने जाने वाली अन्नपूर्णा देवी अब नरेंद्र मोदी के मंत्री मंडल में शामिल हो गई हैं. अन्नपूर्णा देवी को  केन्द्रीय शिक्षा राज्य मंत्री बनाया गया है.

लेकिन एक बात ये भी है कि शपथ ग्रहण से ठीक पहले जब कोडरमा से बीजेपी सांसद अन्नपूर्णा देवी का नाम सूची में सार्वजनिक हुआ, तब सबसे पहले लोगों की जुबां पर यही आया की वो कभी लालू यादव की करीबी थी और अब नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में उन्हे जगह मिली है

अन्नपूर्णा देवी  झारखंड की राजनीति में बीजेपी के लिए उभरता हुआ सबसे मजबूत चेहरा बन गई है. वही बीजेपी को महिला नेत्री के तौर पर एक सशक्त चेहरा मिल गया है, जो न सिर्फ झारखंड और बिहार, बल्कि उत्तर प्रदेश की राजनीति पर भी प्रभाव डालेगा. बीजेपी ने राजनीतिक – सामाजिक और वैकल्पिक लाभ के उद्देश्य से ये राजनीतिक पासा फेंका है.

 

घरेलू काम काज से केंद्रीय राज्य मंत्री तक का सफर 

अन्नपूर्णा देवी एक कृषक परिवार से आती हैं. दुमका में उनकी प्रारंभिक शिक्षा – दीक्षा हुई. फिर पटना और रांची में अपनी शिक्षा पूरी की. साल 1993 में राजद नेता और पूर्व मंत्री रमेश प्रसाद यादव से अन्नपूर्णा देवी की शादी हुई. हालांकि 5 साल बाद ही उनके पति का निधन हो गया. इस घटना के बाद से ही उनकी राजनीतिक यात्रा शुरू हुई।

 

ऐसी रही चुनावी मैदान की कहानियाँ 

 

  • पति के निधन के बाद साल 1998 में कोडरमा विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीत का परचम लहराते हुए संसदीय राजनीति में इंट्री ली.
  • फिर लगातार 2014 तक कोडरमा का प्रतिनिधित्व करती रहीं.
  • बदलते राजनीतिक हालात के अनुसार अन्नपूर्णा देवी ने भी बीजेपी का चोला पहनना पसंद किया.
  • 2019 के लोकसभा चुनाव में कोडरमा लोक सभा सीट से अन्नपूर्णा देवी ने बाबूलाल मरांडी को परास्त कर भारी मतों से जीत दर्ज की.
  • फिर प्रदेश उपाध्यक्ष , उसके बाद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष फिर हरियाणा का सह प्रभारी और अब केंद्रीय राज्य मंत्री का दर्जा उन्हें मिला.

 

Show comments
Share.
Exit mobile version