पीलीभीत. कोविड-19 (COVID-19) से पूरी दुनिया संक्रमण से जूझ रही है. दो करोड़ से ज्यादा लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. दो लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं उत्तर प्रदेश के पीलीभीत (Pilibhit) में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही देखी गई है. यहां प्रयोग की गई पीपीई किट (PPE Kit) ऐसे ही फेंक दी गई, जिसे एक भिखारी ने उठाकर पहन लिया और शहर में घूमने लगा.

सीएमओ ने दिखाई गंभीरता

मामले में पीलीभीत कि सीएमओ सीमा अग्रवाल ने पीपीई किट को लेकर गंभीरता दिखाई है. उन्होंने विभागीय लोगों को आदेश जारी कर पीपीई किट नष्ट करने को लेकर गंभीरता जताने की बात कही है. साथ ही बायो मेडिकल वेस्ट कम्पनी को चिट्ठी लिख कर जवाब-तलब किया है. उनका कहना था कि यह काम बायो मेडिकल वेस्ट कम्पनी का है. अगर वह इस मुद्दे पर गंभीर न हुई तो उसको ब्लैक लिस्टेड़ भी किया जा सकता है.

ये है डिस्पोज करने का तरीका

पीपीई किट कोरोनावायरस से ग्रस्त लोगों की देखभाल करने के लिए स्वास्थ विभाग के डॉक्टर व कर्मचारी इसका इस्तेमाल करते हैं. इसे पहनने से संक्रमण से बचाव होता है. यह सिर्फ एक बार इस्तेमाल की जा सकती है. उसके बाद इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता है. इस्तेमाल के बाद इसको एक पैकेट में बंद करके इसमें हाइड्रो क्लोराइड सॉल्यूशन में डाला जाता है, फिर मेडिकल वेस्ट कम्पनी इसको लेकर जाकर नष्ट कर देती है. ताकि इससे संक्रमण न फ़ैल पाए.

सरकार की सारी कोशिशें बेकार

जहां भारत सरकार से लेकर प्रदेश सरकार तक कोरोना वायरस संकट को दूर करने के लिए तरह-तरह के नुस्खे इस्तेमाल कर रही है. लोगों को जागरूक कर रही है. मास्क सैनेटाइजर इस्तेमाल करने की बात कह रही हैं. वही ऐसी हरकत सरकार के सभी प्रयासों को बेकार कर रही है. अब देखना यह होगा की पीलीभीत का स्वास्थ्य विभाग इस गंभीर बात को लेकर कितना गंभीर है?

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