कोलकाता। राजनीतिक हिंसा के लिए कुख्यात पश्चिम बंगाल में नगर पालिका चुनाव की धमक लगते ही हिंसा की शुरुआत हो गई है। सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और राजारहाट न्युटाउन से विधायक सब्यसाची दत्त पर सॉल्टलेक से सटे लेकटाउन में हमले किए गए। इसका आरोप सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लोगों पर लगा है। हालांकि सब्यसाची की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के जवानों ने उन्हें सुरक्षित बचा लिया लेकिन अन्य भाजपा नेता शंकुदेब पांडा और किशोर को चोट लगी है। भाजपा नेताओं को बचाने की कोशिश में जुटे सीआईएसएफ के एक जवान को भी गंभीर चोटें लगी हैं।
सब्यसाची का आरोप है कि राज्य के अग्निशमन मंत्री तथा स्थानीय विधायक सुजीत बसु के संरक्षित अपराधियों ने योजनाबद्ध तरीके से हमला किया है। हालांकि तृणमूल का आरोप है कि सब्यसाची क्षेत्र में आकर हिंसा को बढ़ावा दे रहे थे। भाजपा सूत्रों ने बताया कि सोमवार को लेकटाउन के दक्षिणदाढ़ी इलाके में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के घर बिधाननगर के पूर्व मेयर सब्यसाची दत्त गए हुए थे। स्थानीय विधायक के लोगों ने भाजपा नेताओं की गाड़ी को घेर लिया और ईंट पत्थर तथा लाठी-डंडे से हमला कर दिया। सब्यसाची की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के जवानों ने उन्हें काफी कोशिशों के बाद वहां से बाहर तो निकाल लिया लेकिन शंकुदेब पांडा और अन्य भाजपा नेता हमलावरों के शिकार हो गए।
एक सीआईएसएफ के जवान को भी सिर पर चोट लगी। वहां से जैसे-तैसे निकलकर सब्यसाची लेकटाउन थाने में पहुंचे जहां प्राथमिकी दर्ज कराई है। आरोप है कि शंकुदेब पांडा पर उस समय हमला हुआ जब वह लेकटाउन थाना के समीप पहुंच गए थे। शंकु देव की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने इसे लेकर ममता बनर्जी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि बंगाल में संकट के समय भी भाजपा के नेताओं पर योजनाबद्ध तरीके से हमले किए जा रहे हैं। ममता बनर्जी को इसके लिए शर्म आनी चाहिए।