मथुरा। बुलियन कारोबारी, उसकी पत्नी एवं बेटी के हत्याकांड के अहम सुराग बताने वाले घायल बेटे शौर्य ने भी रविवार तड़के दिल्ली के अस्पताल में दम तोड़ दिया। एक जनवरी को यमुना एक्सप्रेस-वे पर कार में कारोबारी, उसकी पत्नी व बेटी धान्या की लाश मिली। घायल बेटे का उपचार दिल्ली के अस्पताल में चल रहा था। शौर्य की मौत के बाद अब इस बुलियन कारोबारी परिवार के हत्याकांड की गुत्थी उलझ गई है जबकि पुलिस शुरू से ही इस मामले को आत्महत्या मान रही है।

आरएस बुलियन फर्म के मालिक नीरज अग्रवाल, उनकी पत्नी नेहा, बेटी धान्या और पुत्र शौर्य (10) 31 जनवरी की रात को जगन्नाथ पुरी से दिल्ली मयूर विहार के लिए निकले थे। बुधवार सुबह थाना जमुनापार के गांव झज्जर के समीप यमुना एक्सप्रेस-वे के पुल के समीप बंद कार में खून से लथपथ नीरज, उनकी पत्नी और बेटी के शव मिले थे जबकि घायल हालत में बेटे शौर्य की सांसे चल रही थींं। पुलिस ने शौर्य को अपोलो अस्पताल, दिल्ली में भर्ती कराया जहां उसके सिर और गले का ऑपरेशन किया गया। वह घटना के दिन से ही कोमा में था क्योंकि उसके भी सिर में गोली लगी थी।

शुरुआत में पुलिस इस मामले को खुदकुशी बता रही थी लेकिन मृतक नीरज अग्रवाल के साले अमित अग्रवाल ने घटना की नामजद रिपोर्ट थाना जमुनापार में कराई थी। उसने आरोप लगाया था कि महाविद्या कॉलोनी निवासी मनीष चतुर्वेदी, आशीष अरोड़ा, आशीष चतुर्वेदी और नीरज कुमार ने उसके जीजा, बहन और भांजी की हत्या कर दी और गोली मारकर भांजे को घायल कर दिया है। अब उम्मीद की जा रही थी कि शौर्य अग्रवाल के ठीक होने के बाद हकीकत सामने आ जाएगी कि तीनों की हत्या की गई है या खुदकुशी का मामला है लेकिन अब उसकी मौत के बाद इस हत्याकांड की गुत्थी उलझ गई है।

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