नई दिल्ली। आधी आबादी की पूरी भागीदारी का दिनः महिला समानता का सवाल आज बहुत मुखर है। हर वर्ग व समाज में इसकी जरूरत को देखते हुए कोशिशें भी चलती रही हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 26 अगस्त महिला समानता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

यह तारीख इसलिए अहम है क्योंकि लगभग 50 वर्षों के संघर्ष के बाद अमेरिका में महिलाओं को 26 अगस्त 1920 को मतदान का अधिकार मिला था। इससे पहले वहां महिलाओं की दूसरे दर्जे की नागरिकता थी और मतदान सहित कई अधिकारों से उन्हें वंचित रखा गया था।

अमेरिका में महिला अधिकारों की लड़ाई 1853 में शुरू हुई। सबसे पहले विवाहित महिलाओं ने संपत्ति का अधिकार मांगना शुरू किया। अधिकार हासिल करने के महिलाओं के इस लंबे संघर्ष को याद करने के लिए 1971 से महिला समानता दिवस मनाया जाता है। भारत में ब्रिटिशकाल में ही महिलाओं को मतदान का अधिकार मिल गया था। न्यूजीलैंड पहला देश है, जिसने 1883 में पहली बार महिला समानता को लागू किया था।

अन्य अहम घटनाएंः

1541ः तुर्की के सुल्तान सुलेमान ने बुडा और हंगरी पर कब्जा किया।

1910ः भारत रत्न से सम्मानित मदर टेरेसा का जन्म।

1914ः बंगाल के क्रांतिकारियों ने कलकत्ता में ब्रिटिश बेड़े पर हमला कर 50 माउजर और 46 हजार राउंड गोलियां लूटीं।

1927ः हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल का जन्म।

1928ः हीरो साइकिल ग्रुप के सह संस्थापक और समाजसेवी ओमप्रकाश मुंजाल का जन्म।

1956ः पूर्व केंद्रीय मंत्री, भाजपा सांसद और पशु अधिकारों के लिए लगातार सक्रिय रहीं मेनका गांधी का जन्म।

2002ः दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में दस दिवसीय पृथ्वी सम्मेलन शुरू हुआ।

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