नई दिल्ली। महान युद्ध की शुरुआतः किसी युद्ध को दे ग्रेट वॉर कहा जाय, यह अजूबा है। फिर भी प्रथम विश्व युद्ध को इस नाम से भी याद किया जाता है। इतिहास बताता है कि यह नाम इसलिए पड़ा कि इस तरह के युद्ध की तब कल्पना भी नहीं की गई थी। ऐसे युद्ध की शुरुआत आज की ही तिथि यानी 28 जुलाई को 1914 में हुई थी।

हुआ यूं कि जून 1914 में, ऑस्ट्रो-हंगेरियन वारिश फर्डिनेंड की हत्या कर दी गई थी। तब आस्ट्रिया ने सर्बिया के विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी। देखते-देखते इसका दायरा बढ़ता गया और आपसी संगठनों के कारण 1914 से 1919 के मध्य यूरोप, एशिया और अफ्रीका तीन महाद्वीपों के 37 देशों तक इसका विस्तार हो गया। फिर तो संघर्ष जमीन पर ही नहीं, समुद्र और आकाश में भी हुआ। इस युद्ध की परिधि में करीब आधी दुनिया आ गई और इस दौरान लगभग एक करोड़ लोग मारे गए। घायलों की संख्या इसकी दोगुनी आंकी गई। ब्रिटेन के अधीन भारत के सैनिक भी इस युद्ध का हिस्सेदार बने और हताहतों में भी उनका बड़ा हिस्सा था।

तब की मीडिया रिपोर्ट के हिसाब से युद्ध में शामिल करीब आठ लाख भारतीय सैनिकों में से 47 हजार, 746 सैनिक मारे गये थे। घायल भारतीयों की संख्या 65 हजार के आसपास थी। एक तथ्य यह भी है कि स्वाधीनता की आस में भारतीय नेताओं ने विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन के साथ रहने का फैसला किया। युद्ध शुरू होने के पहले जर्मनों की इस कोशिश की ओर भारतीय नेताओं ने ध्यान नहीं दिया कि भारत में ब्रिटेन के विरुद्ध आन्दोलन तेज किया जाय। इसके पीछे तर्क था कि ब्रिटेन के युद्ध में फंसने के बाद भारत के क्रान्तिकारी इसका लाभ उठा सकते हैं। तब जर्मनी का प्रस्ताव नहीं माना गया और युद्ध के बाद ब्रिटेन ने भी भारत को कोई छूट नहीं दी। वर्ष 1919 की 28 जून को युद्ध समाप्त हुआ, जब जर्मनी के सामने फ्रांस इटली, ब्रिटेन और सहयोगी देशों ने संधि पर दस्तखत कर दिए।

अन्य महत्वपूर्ण घटनाएंः

521…तुर्की के सुल्तान सुलेमान प्रथम के सैनिकों ने बेलग्रेड पर कब्जा किया।

1600…मुगलों ने अहमदनगर पर कब्जा किया।

1845…प्रसिद्ध पत्रिका साइंटेफिक अमरीकन का पहला संस्करण छपा।

1858…उंगलियों के निशान को पहचान बनाने वाले ब्रिटिश विलियम जेम्स हर्शेल का जन्म।

1896…भारत के जाने-माने शायर रघुपति सहाय उर्फ फिराक गोरखपुरी का जन्म।

1904. कलकत्ता से बैरकपुर तक प्रथम कार रैली का आयोजन।

1916…प्रथम विश्वयुद्व में इटली ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।

1972…साधारण बीमा कारोबार राष्ट्रीयकरण विधेयक पारित किया गया।

1984…सोवियत संघ ने भूमिगत परमाणु परीक्षण किया।

1986…भाग्यश्री साठे शतरंज में ग्रैंडमास्टर बनने वाली पहली महिला बनीं।

2018… भारत के मंजीत सिंह ने जकार्ता एशियाई खेलों की पुरुष 800 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता।

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