नई दिल्ली। देशभर में ब्लैक फंगस, व्हाइट फंगस और येलो फंगस के बढ़ते मामलों के बीच एक नए तरह के फंगस ने लोगों को डरा दिया है. गुजरात में एक ऐसे फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ रहा है जिसका नाम है एस्परगिलोसिस (Nasal Aspergillosis).

इसका संक्रमण साइनस में होता है. इस नई बीमारी से डॉक्टर भी हैरान हैं. जानकारी के मुताबिक, ये इंफेक्शन कोरोना मरीजों या कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को हो रहा है.

वडोदरा के SSG अस्पताल में इस नए फंगल इंफेक्शन के 8 मरीज मिले हैं जो पिछले हफ्ते भर्ती हुए थे. शहर और जिला प्रशासन के लिए कोविड -19 के सलाहकार डॉ शीतल मिस्त्री ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, ‘पलमोनरी एस्परगिलोसिस आमतौर पर इम्यूनो-कॉम्प्रोमाइज्ड रोगियों में देखा जाता है, लेकिन साइनस का एस्परगिलोसिस रेयर है.

ये बीमारी अब उन मरीजों में देखने को मिल रही है जो कोविड से ठीक हो गए हैं या उनका इलाज चल रहा है. हालांकि एस्परगिलोसिस ब्लैक फंगस (म्यूकोर्मिकोसिस) जितना खतरनाक नहीं है.’

डॉक्टरों के मुताबिक फंगल इंफेक्शन के इतने ज्यादा मामले इसलिए सामने आ रहे हैं क्योंकि मरीजों के इलाज के लिए स्टेरॉयड का इस्तेमाल किया जा रहा है. साथ ही ऑक्सिजन सप्लाई को हाइड्रेट करने के लिए नॉन स्टराइल वॉटर का यूज भी इसका एक करण हो सकता है.

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