श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद सियासी तकरार के बीच घाटी बकरीद का जश्न मना रहा है। कश्मीर में बकरीद के दौरान अमन-चैन और शांति बनी रही। उधर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल लगातार कश्मीर के अलग-अलग हिस्से में नजर आए। डोभाल आज अचानक लाल चौक, पुलवामा और बेलगाम जैसे इलाकों में पहुंचे और लोगों से मुलाकात की। राज्य में नमाज के दौरान पाबंदियों में ढील भी दी गई थी। प्रशासन ने किसी भी अनहोनी से बचने के लिए अलग-अलग इलाकों की स्थानीय मस्जिदों में ईद की नमाज के लिए इजाजत तो दे दी है लेकिन घाटी की बड़ी मस्जिदों में ज्यादा संख्या में लोगों के एकत्र होने की इजाजत नहीं दी थी। बता दें कि कश्मीर में ईद-उल-अजहा से पहले रविवार को बैंक, एटीएम और कुछ बाजार खुले रहे। कई प्रतिबंधों में ढील भी दी गई ताकि लोगों को त्योहार से जुड़ी खरीदारी करने में आसानी हो। प्रशासन लोगों के लिए खाने-पीने के सामान के अलावा दूसरी जरूरी चीजों को उपलब्ध कराने और सोमवार को मस्जिदों में नमाज के लिए पूरी व्यवस्था करने में जुटा रहा।

राज्य में बकरीद का जश्न अमन-चैन के मना। डोभाल राज्य में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेते दिखे। वह राज्य के कई हिस्सों में लोगों से मिले। डोभाल ने आज श्रीनगर, सौरा, पंपोर, लाल चौक, हजरबल, बडगाम और दक्षिण कश्मीर के जिले पुलवाा, अंवतीपोरा में लोगों से मिले। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार जम्मू कश्मीर में लोग नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में बाहर निकले। श्रीनगर और शोपियां में प्रमुख मस्जिदों में नमाज पढ़ी गई। उधर, प्रशासन ने सोमवार को अलग-अलग इलाकों की स्थानीय मस्जिदों में ईद की नमाज के लिए इजाजत तो दे दी थी लेकिन घाटी की बड़ी मस्जिदों में ज्यादा संख्या में लोगों के जुटने की इजाजत नहीं थी। प्रशासन को शक है कि आसमाजिक तत्व बड़ी भीड़ का फायदा उठाने की कोशिश कर सकते हैं। गौरतलब है कि आर्टिकल 370 के ज्यादातर प्रावधानों को संसद द्वारा निरस्त किए जाने के बाद बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती, प्रतिबंधों और संचार संपर्क सीमित किए जाने के कारण कश्मीर घाटी में त्योहार की चहल-पहल नजर नहीं आ रही है। इस बीच, राज्य के कई हिस्सों में लोगों ने नमाज पढ़ी। सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था के साथ लोग सड़कों पर निकले और नमाज पढ़ी। घाटी में शांति के साथ नमाज पढ़ी गई। इस दौरान सुरक्षाबलों के जवान हर तरफ तैनात थे। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट किया, ‘घाटी के अनेक हिस्सों में ईद की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अता की गई। अभी तक किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है।’ खबरों के अनुसार, अधिकारियों ने विभिन्न मस्जिदों में मिठाइयां भी बांटीं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट किया, ‘अनंतनाग, बारामूला, बडगाम, बांदीपुर में बिना किसी अप्रिय घटना के सभी मस्जिदों में शांतिपूर्ण ढंग से ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई।’ प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू के ईदगाह में 4,500 से अधिक लोगों ने नमाज अदा की। खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 7 सदस्यीय आत्मघाती दस्ते ने जम्मू-कश्मीर में बनिहाल के दक्षिण और पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के जरिए क्षेत्र में घुसपैठ की है। आतंकी ईद या स्वतंत्रता दिवस से पहले बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूत्रों के मुताबिक, आईएसआई ने जैश-ए-मोहम्मद से कहा है कि वह भारत में ऐसे हमलों को अंजाम दे, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग मारे जाएं। सुरक्षा अधिकारियों को संदेह है कि आतंकी किसी मस्जिद को निशाना बना सकते हैं ताकि पाकिस्तान भारत पर आरोप मढ़ सके। एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है, ‘हमें शक है कि उन्होंने राजौरी या पुंछ जिले में घुसपैठ की है।’ हालांकि, जम्मू में हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। वहां पांच जिलों से निषेधाज्ञा पूरी तरह हटा ली गई है। अन्य पांच जिलों में ईद को देखते हुए प्रतिबंधों/निषेधाज्ञा में छूट दी गई है। श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि हालात शांतिपूर्ण हैं। पाबंदियों में ढील दी गई है और सरकारी और निजी वाहन सड़कों पर दिख रहे हैं। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए प्रत्येक महत्वपूर्ण स्थान पर मैजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है।

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