कुशीनगर। बौद्ध सर्किट टूर के लिए विदेशी बेकरार हैं। कोविड-19 की परवाह न करते हुए सैलानियों ने बुकिंग भी करानी शुरू कर दी है। कुशीनगर के थ्री स्टार होटलों में जापान, वियतनाम व कोरिया के सैलानियों के 55 ग्रुप की बुकिंग हो चुकी है। जिसमें लगभग दो हजार सैलानी हैं। इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू हुई तो दिसम्बर माह से सैलानी आने शुरू हो जायेंगे।
अमेरिकी सैलानियों के कई ग्रुप भी टूर ऑपरेटर्स से सम्पर्क कर रहे हैं किन्तु इनकी बुकिंग कन्फर्म नहीं हो रही। दूसरी तरफ पर्यटन कारोबारियों ने विदेशी सैलानियों के स्वागत के लिए खुद को पूरी तरह तैयार बताया है। होटल रॉयल रेजीडेंसी में जापान के 15 व कोरिया के 20 ग्रुप, होटल लॉट्स निक्को में जापान के 15 ग्रुप व यामा कैफे से पांच वियतनामी व अमेरिकन ग्रुप ने बुकिंग कराई है। बीस दिसम्बर से लेकर 21 फरवरी के मध्य ग्रूप की तिथियां फिक्स होंगी। यूँ तो बौद्ध सर्किट का पर्यटन सीजन शरद के प्रारम्भ यानी अक्टूबर माह से शुरू हो जाता है, किंतु कोविड-19 के वैश्विक प्रसार ने पर्यटन उद्योग की भी हंसी छीन ली है।
बौद्ध सर्किट का कुशीनगर गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली होने के कारण दुनिया भर के बौद्ध अनुयाइयों के लिए आस्था का केंद्र हैं। सारनाथ बुद्ध का प्रथम उपदेश स्थल होने के कारण व नजदीक में लुंबनी (नेपाल) बुद्ध के जन्मस्थल के अलावा ननिहाल कपिलवस्तु समेत बौद्ध सर्किट के अन्य महत्व के स्थलों की यात्रा भी कुशीनगर आने वाले विदेशी पर्यटक करते हैं। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि विदेशी पर्यटकों के आने से सूने पड़े ये सभी स्थल फिर गुलजार होंगे।
यामा कैफे के संचालक टी के राय ने बताया कि सैलानियों में बौद्ध सर्किट में आने की एक अलग प्रकार की बेचैनी महसूस करने को मिल रही है। रॉयल रेजीडेंसी के महाप्रबन्धक पंकज कुमार सिंह ने बताया कि उम्मीद पर दुनिया कायम है। स्थितियां हमेशा एक सी नहीं रहती। विदेशी पर्यटक भी यह बात जानते हैं। हम पुनः विदेशी पर्यटकों का स्वागत करने को तैयार हो रहे हैं। लॉट्स के जीएम ऑपरेशन आर एम गुप्ता ने बताया कि सम्भावना के आधार पर बुकिंग जारी है। वर्तमान में भी सैलानियों के स्वागत को हम तैयार हैं।