नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने अहमदाबाद स्थित एक रियल एस्टेट कंपनी पर छापेमारी में 500 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति का पता लगाया है। सीबीडीटी को कर चोरी की जांच के सिलसिले में कुछ दलालों के भी इसमें शामिल होने के सबूत मिले हैं। रियल एस्टेट समूह और दलालों के 22 ठिकानों पर छापेमारी 28 सितंबर को शुरू की गई थी, जो अभी जारी है। आयकर विभाग ने शनिवार को यह जानकारी दी।

आयकर विभाग ने जारी एक बयान में कहा कि सीबीडीटी को मिले दस्तावेजों से रियल एस्टेट समूह की 200 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला है। दलालों के पास मिले दस्तावेजों के मुताबिक 200 करोड़ रुपये की और अघोषित आय की जानकारी संबंधित पक्षों के पास होने की सूचना मिली है। विभाग ने कहा कि कुल मिलाकर इस छापेमारी में 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की अघोषित आय का पता चला है।

सीबीडीटी ने छापेमारी के दौरान एक करोड़ रुपये की नकदी और 98 लाख रुपये के जेवर जब्त किए हैं। साथ ही अभी तक 24 लॉकरों पर रोक लगाई गई है। इस छापेमारी में कुछ ऐसे दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं, जिनसे पता चलता है कि पिछले कुछ साल के दौरान बेनामी लोगों के नाम पर संपत्तियों की खरीद की गई। आयकर विभाग ने कहा कि इस छापेमारी में जमीन सौदों में 230 करोड़ रुपये से ज्यादा के नकद लेन-देन को दर्शाने वाले दस्तावेज अब तक जब्त किए गए हैं।

 

 

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