– निर्भया के गुनहगारों को जल्द से जल्द फांसी दी जाय

बलिया। हैदराबाद कांड के बाद 2012 में दिल्ली गैंगरेप की शिकार हुई निर्भया के परिजनों का दर्द एकबार फिर उभर गया है। दरिंदगी की इस ताजा घटना से निर्भया के पैतृक गांव में उसके दादा लालजी सिंह आहत हैं। उन्होंने गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि महिला डॉक्टर के गुनहगारों को भीड़ के हवाले कर देना चाहिए या पुलिस सीधे गोली से उड़ा दे।

‘हिन्दुस्थान समाचार’ से सोमवार को बातचीत में उन्होंने कहा कि 2012 में दिल्ली की वह घटना आज भी हमारे जेहन में जिंदा है। हम चाहते हैं कि निर्भया के गुनहगारों को जल्द से जल्द फांसी दी जाय। यदि अब तक इन्हें फांसी दे दी गई होती तो कुछ भय का वातावरण बनता। इसलिए सुप्रीम कोर्ट के फांसी के फैसले को जल्द अमल में लाया जाए। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिरकार हम कितनी बेटियों को ‘निर्भया’ बनते देखने को मजबूर होते रहेंगे। कितनी और लड़कियों का कत्ल होने के बाद सख्त कानून बनेगा ?

गांव में रहकर खेती-किसानी करने वाले निर्भया के दादा को टीवी पर हैदराबाद बलात्कार कांड की खबरें देखकर अपना दर्द याद आ गया और कहा कि जब किसी बेटी के साथ ऐसी जघन्य घटना सुनने को मिलती है तो मुझे अपनी बच्ची की याद आने लगती है। उसके बाद और कोई बेटी ऐसी दरिंदगी का शिकार नहीं होती तो लगता कि वह मरकर भी दूसरी बेटियों को सुरक्षित कर गई। उन्होंने दोहराया कि हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी करने वालों को भीड़ के हवाले कर देना चाहिए, ताकि भीड़ इंसाफ कर दे। उन्होंने यह भी कहा कि दरिंदों को पकड़ते ही पुलिस को उनका एनकाउंटर कर देना चाहिए था। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं पर टालमटोल करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कड़ी कार्रवाई की मांग की।

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