नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के जनप्रतिनिधियों में सिर्फ रोहिणी के नवनिर्वाचित विधायक विजेंद्र गुप्ता शरीक हुए। जबकि, सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित दिल्ली के सभी सात भाजपा सांसदों, आठ विधायकों और निगम पार्षदों को आमंत्रित किया था।
केजरीवाल के शपथ समारोह के लिए प्रधानमंत्री मोदी समेत दिल्ली भाजपा के सातों सांसद, नवनिर्वाचित आठ विधायकों और तीनों एमसीडी के सभी पार्षदों को समारोह में आमंत्रित किया गया था। इसके अवाला कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को भी आमंत्रित किया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणासी के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने 50 परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। हालांकि भाजपा के सभी सात सांसद और सात विधायक शपथ समारोह में क्यों शमिल नहीं हो सके, इसको लेकर अभी तक पार्टी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। हालांकि राजनीतिक पंडितों का मनाना है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिलने पर भाजपा के सभी जनप्रतिनिधियों ने जानबूझकर शपथ समारोह से दूरी बनायी। शपथ समारोह में भाजपा की तरफ से सिर्फ विजेंद्र गुप्ता ही उपस्थित थे।
उधर, भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार के दो करोड़ रुपये के खर्च से भव्य शपथ ग्रहण समारोह आम आदमी पार्टी का राजनैतिक कार्यक्रम बनकर रह गया था। उन्होंने कहा कि शपथ समारोह में मैं अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझकर पहुंचा, लेकिन न बैठने के लिए सीट मिली औ न ही गाड़ी पार्किंग की जगह। वापसी में दिल्ली पुलिस की मदद से मिंटो ब्रिज पर खड़ी अपनी कार तक पहुंचा हूं।
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