नई दिल्ली। बिहार में चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा गया है। एनडीए में शामिल बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी में सीटों पर तालमेल को लेकर माथापच्ची का दौर जारी है। इसी बीच लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक और चिट्ठी लिखी है। ये चिट्ठी उन्होंने अपने पार्टी नेताओं, प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं के नाम लिखी है। जिसमें उन्होंने अपने पिता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के स्वास्थ्य की जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने बताया कि चुनावी सरगर्मियों के बावजूद भी आखिर वो दिल्ली क्यों नहीं छोड़ रहे हैं? एनडीए में सीट शेयरिंग के मुद्दे की जानकारी दी है।
चिराग पासवान ने रविवार को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए पत्र जारी किया। इसमें उन्होंने बेहद इमोशनल तरीके से अपनी बात को रखने की कोशिश की है। उन्होंने लिखा कि पिता की बीमारी में साथ नहीं रहा तो खुद को माफ नहीं कर पाऊंगा। उन्होंने पत्र की शुरुआत में बताया, ’24 अगस्त को ट्वीट के माध्यम से मैंने बताया कि पिता रामविलास पासवान को रूटीन हेल्थ चेकअप के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कोरोना काल में लोगों को राशन मिलने की दिक्कत नहीं आए इसलिए पापा अपना चेकअप टालते रहे, जिससे वो थोड़े अस्वस्थ्य हो गए हैं।’
चिराग पासवान ने बताया, ‘पिछले तीन सप्ताह से दिल्ली के अस्पताल में रामविलास पासवान का इलाज चल रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही स्वस्थ होकर हमारे बीच लौटेंगे। जब मैं ये पत्र लिख रहा हूं तो अस्पताल में पापा को रोज बीमारी से लड़ते हुए देख रहा हूं। एक बेटे के तौर पर पापा को अस्पताल में देखकर बेहद विचलित हो जाता हूं।’ एलजेपी अध्यक्ष ने बताया कि पापा ने कई बार मुझे पटना जाने का सुझाव दिया लेकिन बेटा होने के नाते पिता को आईसीयू में छोड़कर मेरे लिए कहीं भी जाना संभव नहीं है। आज उन्हें जब मेरी जरूरत है तो मुझे उनके साथ रहना चाहिए, नहीं तो अपने आपको कभी माफ नहीं कर पाऊंगा।
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