नई दिल्ली। रिलायंस लाइफ साइसेंज ने कोरोना संक्रमण की जांच के लिए आरटी-पीसीआर किट विकसित की है, जिससे करीब दो घंटे में नतीजे मिल जाएंगे। कंपनी के सूत्रों ने यह जानकारी दी। मौजूदा समय में आरटी-पीसीआर किट से कोरोना संक्रमण की जांच में नतीजे आने में करीब 24 घंटे लग जाते हैं। इसमें प्रयोगशाला में वास्तविक समय में कोरोना में मौजूद न्यूक्लिक अम्ल की पहचान की जाती है। रिलायंस लाइफ साइंसेज मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सब्सिडियरी है।

कंपनी के सूत्रों ने बताया कि विज्ञानियों ने भारत में कोरोना वायरस से 100 से अधिक जीनोम अनुक्रम का विश्लेषण करने के बाद यह आरटी-पीसीआर किट तैयार की है। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए आरटी-पीसीआर किट को सबसे सही माना जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि रिलायंस के विज्ञानियों ने इसे आर-ग्रीन किट नाम दिया है। संतोषजनक प्रदर्शन के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) से इसे तकनीकी मान्यता मिल गई है। आइसीएमआर की मान्यता प्रक्रिया किट के डिजाइन को न तो मंजूर करती है और न ही नामंजूर। साथ ही इसके प्रयोग के अनुकूल होने को भी प्रमाणित नहीं करती।

सूत्रों के मुताबिक, यह किट कोरोना वायरस के ई-जीन, आर-जीन और आरडीआरपी जीन को पकड़ सकती है। आइसीएमआर की जांच के मुताबिक, यह 98.7 फीसद संवेदनशीलता और 98.8 फीसद विशेषज्ञता को दिखाती है। सूत्रों ने बताया कि कंपनी में काम करने वाले शोध विज्ञानियों ने इसे पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से तैयार किया है।

टाटा ग्रुप और सीएसआईआर ने बनाई टेस्ट किट

टाटा समूह ने एक नई कोविड-19 टेस्‍ट किट तैयार की है। टाटा ग्रुप ने इस किट को क्‍लस्‍टर्ड रेग्‍युलरली इंटरस्‍पेस्‍ड शॉर्ट पैलिनड्रॉमिक रिपीट्स कोरोना वायरस टेस्‍ट (CRISPR Corona Test) को सीएसआईआर-इंस्‍टीट्यूट ऑफ जेनॉमिक्‍स एंड इंटिग्रेटिव बायोलॉजी (CSIR-IGIB) के साथ मिलकर तैयार किया है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भी इस किट के इस्‍तेमाल की मंजूरी दे दी है। इस नई किट का नाम Feluda रखा गया है ।

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