चेन्नई/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवाचार (इनोवेशन) आधारित आधुनिक तकनीक के विकास पर जोर देते हुए कहा कि सरकार विद्यार्थियों को छठी कक्षा से ही मशीन लर्निंग आर्टिफिशयल इंटेलीजेंट और ब्लॉकचेन जैसी आधुनिकतम तकनीकों से रूबरू करवाने की भरपूर कवायद में जुटी है।
मोदी ने सोमवार को चेन्नई में दूसरे भारत-सिंगापुर संयुक्त हैकाथॉन के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि हैकाथॉन युवाओं को अभिनव विचारों के साथ वैश्विक समस्याओं का समाधान खोजने में मदद करते हैं। प्रतिभागियों को वैश्विक समस्याओं के समाधान खोजने के लिए प्रौद्योगिकी तक पहुंच मिलती है।
उन्होंने कहा कि हैकाथॉन के इस संस्करण में पाए गए समाधान कल के लिए स्टार्ट-अप विचार हैं। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने में स्टार्ट अप और नवाचार की अहम भूमिका होगी। मोदी ने कहा कि भारत शीर्ष तीन स्टार्टअप फ्रेंडली इकोसिस्टम में शुमार है। भारत ने पिछले पांच वर्षों में नवाचार और ऊष्मायन पर बहुत जोर दिया।
उन्होंने विद्यार्थियों से देश की समस्याओं के साथ-साथ वैश्विक समस्याओं का भी समाधान खोजने की अपील करते हुए कहा कि दुनिया को भारत से बहुत उम्मीदें हैं, उनका कहना है कि सरकार देश को ‘महानता’ की राह पर ले जाएगी जहां यह पूरे विश्व के लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने हैकथॉन में भाग लेने वाले छात्रों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने आज जनता के सामने आने वाली कई समस्याओं को हल करने का प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि अटल इनोवेशन मिशन, पीएम रिसर्च फैलोशिप, स्टार्ट-अप इंडिया अभियान जैसे कार्यक्रम 21वीं सदी के भारत की नींव हैं, एक ऐसा भारत जो नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देता है। हम भारत में पिछले कुछ वर्षों से स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन कर रहे हैं। यह पहल सरकार, उद्योग से जुड़े लोगों, इसरो जैसे सभी प्रमुख संस्थानों को एक साथ लाती है।
मोदी ने कहा कि पिछले साल, हैकाथॉन का फोकस प्रतिस्पर्धा था। इस वर्ष, सहयोग और एक दूसरे के प्रयासों को पूरा करने पर जोर दिया गया है।