नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए गुरुवार को नीति आयोग में अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों के साथ बैठक की। पीएम मोदी ने देश की विकास दर और अर्थव्यवस्था की स्थिति पर इस बैठक में चर्चा की।
ये बैठक ऐसे वक्त में हुई है, जब चालू वित्त वर्ष 2019-20 में आर्थिक वृद्धि दर 5 फीसदी रहने की आशंका जताई जा रही है।
विश्व बैंक ने बुधवार देररात को जारी ग्लोबल इकोनॉमिक प्रोस्पेक्ट्स रिपोर्ट में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट को घटाकर 5 फीसदी कर दिया है।
इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और नितिन गडकरी, पीयूष गोयल जैसे मंत्रियों के अलावा नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद् के चेयरमैन बिबेक देबरॉय भी इस बैठक में मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि सरकार वित्त वर्ष 2020-21 के बजट का प्रस्ताव तैयार करने में जुटी है। ऐसे में यह बैठक अहम है। इससे पहले मोदी ने सोमवार को देश के शीर्ष उद्योगपतियों के साथ अर्थव्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की थी। ऐसे में ये माना जा रहा है कि इस बैठक में अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने तथा रोजगार सृजन बढ़ाने के उपायों पर विचार विमर्श किया गया।
गौरतलब है कि वित्त मंत्री सीतारमण एक फरवरी को अपना दूसरा आम बजट संसद में पेश करेंगी, जिसमें देश की आर्थिक वृद्धि दर को फिर से पटरी पर लाने की बड़ी चुनौती होगी।