रायबरेली कार एक्सीडेंट में उन्नाव रेप पीड़िता की चाची और मौसी की मौत के बाद बहन का कहना है कि वे दोनों का अंतिम संस्कार तब तक नहीं करेंगे जब तक कि जेल में बंद चाचा बाहर नहीं आ जाते. बता दें इस हादसे में रेप पीड़िता और उसके वकील महेंद्र प्रताप सिंह गंभीर रूप से घायल है. दोनों का इलाज लखनऊ के ट्रामा सेंटर में चल रहा है.

रेप पीड़िता की बहन ने कहा, “जेल में बंद हमारे चाचा को जब तक बाहर नहीं लाएंगे, मृतकों का अंतिम संस्कार नहीं होगा. यह एक्सीडेंट विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने अपने आदमियों से करवाया है. हम लोगों को लगातार धमकियां मिल रही थीं. विधायक केस वापस लेने का दबाव बना रहे थे.”

रायबरेली जेल में बंद हैं पीड़िता के चाचा
गौरतलब है कि रेप पीड़िता के चाचा रायबरेली जेल में बंद हैं. उनके ऊपर विधायक के भाई पर जानलेवा हमला करवाने का आरोप है. रविवार को रेप पीड़िता अपनी चाची, मौसी और वकील महेंद्र प्रताप सिंह के साथ जेल में बंद अपने चाचा से मिलकर वापस लौट रही थी. तभी रायबरेली हाईवे के पास उनकी कार की टक्कर एक ट्रक से हो गई. इस हादसे में पीड़िता की चाची, मौसी और ड्राइवर की मौत हो गई. जबकि पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हैं.

परिवार का ये है आरोप
रेप पीड़िता के परिवार ने मामले में माखी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के इशारे पर एक्सीडेंट करवाने का आरोप लगाया है. पीड़िता की मां और भाई का आरोप है कि जेल में बंद विधायक कुलदीप सिंह के आदमियों ने इस घटना को अंजाम दिया है. पीड़िता के भाई ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है.

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