नई दिल्ली। आइटीआइ परीक्षार्थियों ने रविवार की शाम मुजफ्फरपुर जंक्शन पर जम कर हंगामा किया. शाम से देर रात तक जंक्शन से गुजरने वाली आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों में यात्रियों को सीट से उठाकर परीक्षार्थियों ने कब्जा जमा लिया. उनके साथ मारपीट भी की गयी. सबसे ज्यादा परेशानी नरकटियागंज रूट पर जाने वाले यात्रियों को हुई.
परीक्षार्थियों की अत्यधिक भीड़ को देखते हुए रात 11.30 बजे एक स्पेशल ट्रेन इस रूट पर खोला गया, तब जाकर स्थिति सामान्य हुई. यह ट्रेन स्टेशनों पर रूकती हुई नरकटियागंज तक गयी. इसके पूर्व पाटलिपुत्र -रक्सौल इंटरसिटी एक्सप्रेस के आने पर परीक्षार्थियों ने जमकर हंगामा किया. वेंडरों के सामान भी लूट लिये.
ट्रेन के प्लेस होने के पहले से प्लेटफॉर्म, ट्रैक समेत चारों तरफ सैंकड़ों की संख्या में परीक्षार्थी खड़े हो गए.ट्रेन पर परीक्षार्थी चढ़ने के लिए टूट पड़े. गार्ड ब्रेक और इंजन पर भी सैकड़ों की संख्या में परीक्षार्थी चढ़ गए. जिसके बाद गार्ड ने ट्रेन चलाने से इनकार कर दिया। सूचना पर आरपीएफ के जवान पहुंचे और समझा-बुझाकर किसी तरह परीक्षार्थियों को उतारा, तब जाकर ट्रेन रवाना हुई.
बता दें कि बिहार के स्टेशनों पर यात्रियों के प्रवेश के लिए कोविड नियम बनाया गया है. वहीं स्टेशन परिसर में यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और कराना है, लेकिन छात्रों के भीड़ द्वारा कोविड नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई. वहीं स्टेशन परिसर में भी छात्रों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई थी.
इधर, बीसीइसीइबी की ओर से आयोजित आइटीआइ संयुक्त प्रवेश परीक्षा एक तिहाई से अधिक छात्र-छात्राओं ने छोड़ दी. रविवार को शहर के 28 केंद्रों पर चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया. इसमें सिर्फ 63 फीसदी परीक्षार्थी ही शामिल हुए.
प्रशासन की ओर से सभी केंद्रों पर निगरानी के लिए स्टेटिक मजिस्ट्रेट के साथ ही जोनल मजिस्ट्रेट व उड़न दस्ता भी तैनात किये गये थे. परीक्षा शुरू होने से पहले ही अधिकारी केंद्रों पर चक्रमण करने लगे. प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार जिले में मुजफ्फरपुर सहित अन्य जिलों के 12940 परीक्षार्थी आवंटित थे