भुवनेश्वर। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने मंगलवार पूर्वाह्न 8ः30 बजे ओडिशा में बालासोर जिले के चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) के लॉन्च कॉम्प्लेक्स-3 से सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह परीक्षण मोबाइल स्वायत्त लॉन्चर से किया गया।

ब्रह्मोस के इस संस्करण को डीआरडीओ और ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने डिजाइन किया है। यह मिसाइल 290 किलोमीटर तक हमला करने में सक्षम है। साथ ही 300 किलोग्राम तक वजन को भी साथ लेकर उड़ सकती है।सतह से सतह पर मार करने वाली इस मिसाइल का परीक्षण सभी मापदंडों पर खरा उतरा।

यह दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। ब्रह्मोस को जहाजों, पनडुब्बी, विमान और जमीन से लॉन्च किया जा सकता है। यह डीआरडीओ और रूसी संघ के एनपीओ मशिनोस्ट्रोयेनिया के बीच का संयुक्त उद्यम है। दोनों ने संयुक्त रूप से ब्रह्मोस एयरोस्पेस का गठन किया है। मिसाइल के भूमि लॉन्च सतह से सतह संस्करण को पहली बार 2007 में भारतीय सेना के साथ शामिल किया गया था। 2017 के बाद भारतीय नौसेना के साथ समुद्री लॉन्च संस्करण को तैनात किया गया। यह पनडुब्बी, युद्धपोत, फाइटर जेट और जमीन से मार करने की क्षमता रखती है ।

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