नई दिल्ली। उत्तरी सिक्किम में लाचेन से करीब 15 किमी. दूर जेमा में 23 दिसंबर को सेना का ट्रक खाई में गिरने से शहीद हुए तीन जूनियर कमीशंड अधिकारियों और 13 सैनिकों के शव उनके पैतृक गांव भेज दिए गए हैं। 13 कर्मियों के पार्थिव शरीर हवाई मार्ग से और तीन के शव सड़क मार्ग से भेजे गए हैं। सभी शहीदों को पश्चिम बंगाल के बागडोगरा हवाई अड्डे के तकनीकी क्षेत्र में शनिवार को श्रद्धांजलि देने के बाद पार्थिव शरीरों को भेजने की प्रक्रिया रविवार को पूरी कर ली गई।

सेना की ओर से जारी बयान में बताया गया था कि सेना के तीन वाहनों का काफिला 23 दिसंबर को सुबह 8 बजे चटन से थंगू की ओर जाने के लिए निकला था। उत्तरी सिक्किम में लाचेन से करीब 15 किमी. दूर जेमा में एक तीखे मोड़ पर काफिले का एक ट्रक फिसलकर सीधे खाई में जा गिरा। सेना के इस वाहन में 17 सैनिक और 3 जूनियर कमीशंड अधिकारी सवार थे। बचाव अभियान शुरू करके 4 घायल सैनिकों को हवाई मार्ग से निकाला गया। तीन जूनियर कमीशंड अधिकारियों और 13 सैनिकों ने दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के कारण दम तोड़ दिया। शाम तक सभी 16 पार्थिव शरीर दुर्घटनास्थल से बरामद कर लिये गए।

रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद सभी पार्थिव शरीर शनिवार को पश्चिम बंगाल के बागडोगरा हवाई अड्डे पर लाये गए। शनिवार दोपहर 12.30 से अपराह्न दो बजे के बीच बागडोगरा हवाई अड्डे के तकनीकी क्षेत्र में पुष्पचक्र अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। प्रवक्ता ने कहा कि इसके बाद सभी पार्थिव शरीरों को उनके पैतृक घरों को भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई। इनमें से 13 कर्मियों के पार्थिव शरीरों को उनके गृह नगरों के निकटवर्ती हवाई अड्डों पर ले जाया गया, जबकि तीन को सड़क मार्ग से भेजा गया है।

इस दुर्घटना में शहीद होने वालों में हवलदार चरण सिंह (लखनऊ), लांस नायक भूपेंद्र सिंह (एटा, यूपी), नायक श्याम सिंह यादव (उन्नाव, यूपी), नायक लोकेश कुमार (मुजफ्फरनगर, यूपी), नायक रविंदर सिंह थापा (पंतनगर, उत्तराखंड) हैं। इनके पार्थिव शरीर सिक्किम से शनिवार दोपहर तक इनके पैतृक स्थल के लिए रवाना कर दिए गए। बाकी पार्थिव शरीरों को भेजने की प्रक्रिया रविवार को पूरी कर ली गई है। शहीदों में राजस्थान के झुंझुनूं जिले के पचेरी थाना इलाके के गांव माजरी निवासी मनोज कुमार भी हैं।

घटना में मनोज के शहीद होने की सूचना पर गांव सहित इलाके में माहौल गमगीन हो गया। मनोज के पिता जगदीश प्रसाद पेट्रोल पंप पर कार्य करते थे। बड़ा भाई प्रमोद बीएसएफ में हैं। मनोज कुमार की शादी 4 साल पहले हुई थी। इनके डेढ़ साल की बेटी है। मनोज डेढ़ महीने पहले ही छुट्टी आए थे। अभी किसी ट्रेनिंग के लिए अन्य जवानों के साथ सेना के ट्रक में जा रहे थे। ट्रेनिंग के बाद मनोज वापस घर आने वाले थे। हादसे से करीब एक घंटे पहले ही उन्होंने अपनी पत्नी से बात की थी और कहा था कि अभी पहाड़ी एरिया से गुजर रहे हैं, यहां नेटवर्क कमजोर है, बाद में बात करूंगा।

सिक्किम दुर्घटना में शहीदों की पूरी सूची:-

1. चंदन कुमार मिश्र खगरिया (बिहार)

2. ओंकार सिंह पठानकोट (पंजाब)

3. गोपीनाथ माकुर बांकुरा (पश्चिम बंगाल)

4. सुखा रामजोधपुर (राजस्थान)

5. चरण सिंह लखनऊ (उत्तर प्रदेश)

6. रविंद्र सिंह थापा पंतनगर (उत्तराखंड)

7. वैशाख एसपलक्कड़ (केरल)

8. प्रमोद सिंह आरा (बिहार)

9. भूपेंद्र सिंह एटा (उत्तर प्रदेश)

10. श्याम सिंह यादव उन्नाव (उत्तर प्रदेश)

11. लोकेश कुमार मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश)

12. विकास कुमार फतेहाबाद (हरियाणा)

13. गुमान सिंह जैसलमेर (राजस्थान)

14. अरविंद कुमार भिवानी (हरियाणा)

15. सोमवीर सिंह हिसार (हरियाणा)

16. मनोज कुमार झुंझुनू (राजस्थान)

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