बता दें कि अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सेना देश छोड़कर जा चुकी है। इसके बाद वहां के कई शहरों पर तालिबान का फिर कब्जा होता जा रहा है।

एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक पिछले महीने दौलताबाद में एक भीषण युद्ध में अफगान सैनिकों के पास गोला-बारूद खत्म हो गया था। इसके बाद तालिबान के लड़ाकों ने उन्हें घेर लिया। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि इसके बाद तालिबान लड़ाकों ने उनसे आत्मसमर्पन करने को कहा। वे ज्योंहि अपने हथियार नीचे रखे, उन्हें सड़क के बीचोंबीच ही काट डाला गया। रेडक्रास ने भी 22 लाशों के बरामद होने की पुष्टि की है।

वहीं अफगान रक्षा मंत्रालय ने तालीबान के दावे को गलत बताया है और सीएनएन से कहा कि वे मार डाले गए हैं।

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