उत्तर प्रदेश के कासगंज में बीते दिन शराब माफियाओं ने दो पुलिसवालों पर हमला किया. इस हमले में एक सिपाही शहीद हुआ, जबकि दारोगा गंभीर रूप से घायल हुआ है. अब पुलिस की ओर से मुख्य आरोपी मोती की तलाश की जा रही है. जबकि मोती के भाई एलकार को बुधवार सुबह ही मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया.
कासगंज के नगला धीमर गांव में नदी के किनारे ही मोती अपने साथियों के साथ कच्ची शराब का कारोबार चलाता था. बुधवार को अब पुलिस की ओर से इसी इलाके में तलाश की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, मोती और उसके साथियों ने इसी इलाके में बीते दिन भी सिपाही देवेंद्र और दारोगा को बंदी बनाया था.
शराब माफियाओं ने यहां पर दोनों पुलिसवालों के साथ मारपीट करने के बाद कुछ ही दूर उन्हें फेंक दिया था. अब पुलिस ने इस इलाके को चारों ओर से घेर लिया है और शराब माफियाओं की तलाश की जा रही है. अब यूपी पुलिस ने मुख्य आरोपी मोती और उसके साथियों की तलाश करने के लिए कई टीमों का गठन किया है. आसपास के जिलों की कुछ विशेष टीमों को इस मिशन में लगाया गया है.
इस बीच मुख्य आरोपी मोती की क्राइम हिस्ट्री भी सामने आई है, जिसमें उसमें दर्ज सभी केसों का जिक्र किया गया है.
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक, ‘आरोपी का भाई मारा गया है, जबकि अन्य अभियुक्तों की तलाश चल रही है. मुख्यालय पर दो सूचना प्राप्त हुई है, इस आधार पर अन्य साथी जल्द गिरफ्तार किए जाएंगे.’ उन्होंने बताया कि मुख्य अभियुक्त मोती जिसकी तलाश में पुलिस गई थी उसको हम गिरफ्तार करेंगे. अलीगढ़ क्षेत्र के आईजी और आगरा जोन के एडीजी ने स्थानीय घटना का निरीक्षण किया है तथा लगातार वहां कैंप करके अन्य अपराधियों के गिरफ्तारी के प्रयास कर रहे हैं.