नई दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहर को बच्चों के लिए खतरनाक बताए जाने की आशंका के बीच एक अच्छी खबर है। सरकार ने बच्चों पर कोवैक्सिन के ट्रायल को मंजूरी दे दी है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने मंगलवार को बताया कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने 2 से 18 साल के बच्चों पर कोवैक्सिन के दूसरे और तीसरे फेज के क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी दी है।

सब्जेक्ट एक्सपर्ट्स कमेटी ने AIIMS दिल्ली, AIIMS पटना और मेडिट्रिना इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज नागपुर में 525 बच्चों पर ट्रायल पर सहमति दी है। इसके सफल रहने पर कनाडा और अमेरिका के बाद भारत में भी 2 से 18 साल के एज ग्रुप के लिए भी कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन तैयार हो जाएगी। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से भारत बायोटेक ने कोवैक्सिन को विकसित किया है।

इससे पहले कनाडा बच्चों की इस पहली वैक्सीन को इजाजत दे चुका है। ऐसा करने वाला दुनिया का वह पहला देश है। माना जा रहा है कि 12 से 15 साल तक के बच्चों के वैक्सीनेशन से अमेरिका में बड़ी संख्या में स्कूल और समर कैंप खुलने का रास्ता साफ हो जाएगा।

 

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