New Delhi : वाइस एडमिरल तरुण सोबती को नौसेना स्टाफ का नया उप प्रमुख नियुक्त किया गया है। उन्होंने रविवार को पदभार ग्रहण किया। उन्हें 01 जुलाई 1988 को भारतीय नौसेना में नियुक्त किया गया था और वह नेविगेशन एवं डायरेक्शन विशेषज्ञ हैं। उन्होंने 38 साल से अधिक की शानदार सेवा के बाद रिटायर हुए वाइस एडमिरल संजय महेंद्रू से यह कार्यभार लिया है।
वाइस एडमिरल ने 35 वर्षों से अधिक के अपने करियर में समुद्र और तट दोनों पर विभिन्न प्रकार की कमांड और स्टाफ नियुक्तियों पर कार्य किया है। फ्लैग ऑफिसर ने मिसाइल बोट आईएनएस निशंक, मिसाइल कार्वेट आईएनएस कोरा और गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस कोलकाता की कमान संभाली है। अपने स्टाफ कार्यकाल में उन्होंने स्टाफ आवश्यकता निदेशालय और कार्मिक निदेशालय में और मॉस्को में भारतीय दूतावास में नौसेना अताशे के रूप में कार्य किया है।
उन्हें 2019 में रियर एडमिरल के पद पर पदोन्नत करने के साथ भारतीय नौसेना अकादमी, एझिमाला में उप कमांडेंट और मुख्य प्रशिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया। इसके बाद उन्हें पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग के रूप में नियुक्त किया गया। 2021 में वाइस एडमिरल के पद पर पदोन्नत होने पर उन्होंने महानिदेशक प्रोजेक्ट सीबर्ड का पदभार संभाला। फ्लैग ऑफिसर को भारत के राष्ट्रपति ने 2020 में विशिष्ट सेवा पदक और 2022 में अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया था।
नेवल हेड क्वार्टर में नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख के रूप में उन्होंने वाइस एडमिरल संजय महेंद्रू का स्थान लिया है, जो 38 साल से अधिक की शानदार सेवा के बाद 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हुए। संजय महेंद्रू के कार्यकाल के दौरान भारतीय नौसेना ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां देखीं, जिन्होंने भारत की समुद्री पहुंच और परिचालन गति को बढ़ाया है। साथ ही मित्रवत देशों के साथ कई सफल रणनीतिक सहयोग पहल भी की हैं।
इसे भी पढ़ें : माफिया मुख्तार अंसारी की 12 करोड़ की बेनामी संपत्ति अटैच