नई दिल्ली: चुनाव आयोग रोजगार, शिक्षा व अन्य कारणों से अपने गृह नगर से देश के अन्य स्थानों में रह रहे नागरिकों को रिमोट वोटिंग की सुविधा देने पर काम कर रहा है। आयोग ने इससे जुड़े प्रोटोटाइप के प्रदर्शन के लिए राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया है। चुनाव आयोग का कहना है कि इससे अपने गृह और मूल निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतदान करना संभव होगा और प्रवासियों को अपने गृह नगर या राज्य जाने के झंझट से मुक्ति मिलेगी।
बहु निर्वाचन क्षेत्र प्रोटोटाइप रिमोट ईवीएम की कार्यप्रणाली के प्रदर्शन के लिए सभी मान्यता प्राप्त 8 राष्ट्रीय और 57 राज्य स्तरीय पार्टियों को 16 जनवरी को इसके प्रदर्शन के लिए आमंत्रित किया गया है।
चुनाव आयोग ने इसके लिए प्रोटोटाइप रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (आरवीएम) तैयार की है। यह एक रिमोट पोलिंग बूथ से ही 72 निर्वाचन क्षेत्रों तक मतदान करा सकती है। चुनाव आयोग ने कानूनी, प्रशासनिक और प्रौद्योगिकी चुनौतियों पर राजनीतिक दलों की राय जानने के लिए अवधारणा पत्र जारी किया है।
आयोग की ओर से 16 जनवरी को दिए जाने वाले प्रदर्शन में तकनीकी विशेषज्ञ समिति के सदस्य उपस्थित होंगे। साथ ही आयोग ने अपेक्षित विधिक परिवर्तनों, प्रशासनिक प्रक्रिया में बदलाव और घरेलू प्रवासी मतदाताओं के लिए मतदान की पद्धति सहित विभिन्न संबंधित मामलों पर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से 31 जनवरी तक लिखित जवाब देने का अनुरोध किया है।
आयोग का कहना है कि विभिन्न हितधारकों से प्राप्त फीडबैक और प्रोटोटाइप के प्रदर्शन को आधार मानकर आयोग रिमोट मतदान पद्धति को जमीनी स्तर पर उतारने की प्रक्रिया उपयुक्त तरीके से आगे ले जाएगा।