सिमडेगा। सिमडेगा के केशलपुर डोंगापानी गांव की 14 साल की लड़की पैदल चल कर अस्पताल पहुंची। लड़की गर्भवती थी और खून की भी कमी थी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां नॉर्मल डिलीवरी से उसने बेटे को जन्म दिया। लड़की और बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं।

बताया जाता है कि गांव की रहने वाले जय राम नायक नाम के व्यक्ति ने लड़की को डरा धमका कर उसके साथ संबंध स्थापित किया। लड़की जब गर्भवती हो गयी तो युवक उसे छोड़कर फरार हो गया। इससे पहल गांव में एक बैठक हुई, जिसमें युवक पर ग्रामीणों ने शादी का दबाव बनाया था। युवक गांव से फरार हो गया जबकि परिजनों का कहना है कि वह कमाने दूसरे शहर गया है। लड़की के माता पिता को जब पता चला कि बेटी गर्भवती हो गयी है, तो उन्होंने उसका स्कूल आना जाना भी बंद करा दिया और घर में ही युवती रहने लगी।
गर्भवती नाबालिग लड़की अपने बीमार भाई को देखने अस्पताल गयी थी। लड़क के भाई की तबीयत कुछ दिनों से खराब थी और वह अस्पताल में भर्ती था। युवती जब अस्पताल पहुंची तो अस्पताल में काम करने वाली एक महिला कर्मचारी नर्स की नजर नाबालिग लड़क पर पड़ी।उसे शक हुआ कि वह गर्भवती है और खून की भी कमी है। उसकी जांच करायी गयी तो खून की कमी की जानकारी मिली। उसे भर्ती कराया गया और खून चढ़ाया जाने लगा। इसी दौरान नाबालिग लड़क को प्रसव पीड़ा हुई और नार्मल डिलीवरी से उसने बेटे को जन्म दिया।

घरवालों ने लड़क के गर्भवती होने की जानकारी पुलिस में नहीं दी थी। इस मामले में माता – पिता बदनामी के डर से बात नहीं करना चाहते। जिस महिला डॉक्टर ने युवती की नार्मल डिलीवरी करायी वह भी अवकाश पर हैं। डॉक्टर ने फोन पर हुई बातचीत में बताया कि लड़क गर्भवती थी हमने उनके माता पिता से बात की और उनकी इजाजत से यह सुरक्षित प्रसव कराया है। लड़क और बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं। किशोरी के मां बनने की जानकारी पुलिस और बाल कल्याण समिति को भी दी गई। जानकारी मिलते ही बाल कल्याण समिति के सदस्य सदर अस्पताल पहुंचे।

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