रांची। राज्य में सक्रिय अपराधी गिरोह के खिलाफ आतंकवाद निरोधी दस्ता( एटीएस) ने कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार एटीएस(ATS Jharkhand ) की टीम ने रविवार की रात लालपुर थाना क्षेत्र के मोरहाबादी इलाके में स्थित एक फ्लैट से संगठित आपराधिक गिरोह के 30 लाख रुपया बरामद किया है । बताया जा रहा है कि यह रुपया अमन श्रीवास्तव गिरोह का है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस व्यक्ति के घर से रुपया बरामद हुआ है उसका नाम मनोज साहू बताया जा रहा है।

इसके अलावा जो सूचना मिल रही है कि एटीएस(ATS) की टीम बेंगलुरु भी गई है। जहां से कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

छेड़खानी का आरोप लगाकर सादे लिबास में पहुंचे एटीएस टीम के साथ ग्रामीणों ने की मारपीट

रांची के खलारी थाना क्षेत्र के राय मुस्लिम मोहल्ला में आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस )टीम के साथ ग्रामीणों ने मारपीट की और उनके हथियार भी छीन लिए।संगठित आपराधिक गिरोह और हथियार बरामदगी मामले में रविवार की रात सादे लिबास में दो महिला पुलिसकर्मी सहित एटीएस की 10 सदस्यीय टीम खलारी थाना क्षेत्र स्थित राय पहुंची। वहां पर टीम के सदस्य संदिग्ध गतिविधियों में शामिल महबूब आलम उर्फ नेपाली के घर गये। उसकी पत्नी नूरजहां की मौजूदगी में घर की तलाशी शुरू की। इसी बीच बड़ी तादाद में लोग वहां जुट गए। नूरजहां की पत्नी ने आरोप लगाया कि उसके साथ छेड़खानी और मारपीट की गई। तलाशी के दौरान घर को अस्त-व्यस्त कर उसके शादी के गहने ले लिये। वह घर में अकेली थी।

लोगों ने सादे लिबास में पहुंचे पुलिसवालों से पहले बकझक शुरू की। फिर हमला कर दिया और उनकी पिटाई कर दी। इसमें बलराम राणा और सीताराम लकड़ा नामक दो पुलिसकर्मी घायल हो गये। इनमें से एक पुलिसकर्मी की पिस्टल भी ग्रामीणों ने छीन ली। वहीं टीम को बंधक बना लिया। एटीएस टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर नीरज कुमार कर रहे थे। एटीएस की टीम जिस अपराधी को पकड़ने खलारी गई थी वह मौके का फायदा उठाकर भाग गया था। पुलिस वालों का कहना था कि महबूब आलम की गतिविधि संदिग्ध है। यह पीएलएफआइ और अमन श्रीवास्तव गैंग से जुड़ा है। जबकि उसकी पत्नी का कहना है कि उसका पति रांची में किसी आइटीआइ इंस्टीट्यूट का एडमिशन इंचार्ज है।

पुलिसवालों के साथ हुई घटना की सूचना पर खलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी तीन थानों का पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने बंधक बनाये गये दस एटीएस कर्मियों को मुक्त कराया। इसके बाद एटीएस टीम को खलारी थाना लाया गया। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल ले जाया गया।

मामले को लेकर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने सोमवार को बताया कि एटीएस की टीम पर हुए हमले की जांच की जाएगी और जो भी इस मामले में दोषी होंगे उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीण एसपी ने बताया कि अब तक जो जानकारी मिली है उसमें यह बात सामने आई है कि एटीएस की टीम सादे लिबास में थी जिसकी वजह से ग्रामीण पहचान नहीं पाए। हालांकि खलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी इस मामले की जांच कर रहे हैं और जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।

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