कटकमसांडी। कैंसर पीड़ित महिला को सामाजिक सुरक्षा के तहत पारित पेंशन दो वर्षों से अवरूद्ध है। पेंशन अवरूद्ध होने से वह भूखमरी से जूझने को विवश हैं। कैंसर से पीड़ित 52 वर्षीया दिव्यांग महिला को इलाज एवं आर्थिक संकट से निपटने के लिए एक अदद मसीहा की तलाश है।

दरअसल, पेलावल दक्षिणी निवासी बुजुर्ग कैंसर रोगी दिव्यांग महिला बसीरन खातुन को विगत दो वर्षों से दिव्यांग पेंशन नहीं मिलने से वह काफी परेशान है। महिला के पुत्र सलाउद्दीन से बातचीत करने पर उसने बताया कि मां को दिव्यांग पेंशन मिलता था, जो विगत दो वर्षों से नहीं मिल रहा। बैंक के चक्कर काट कर थक चुका हूं।

ज्ञात हो कि बसीरन खातून को वृद्धावस्था में ही मुंह का कैंसर भी हो गया है, जिसके इलाज में घर की सारी जमा पूंजी खत्म हो चुकी है और वह अभी भी इलाजरत है। दिव्यांग  महिला के पुत्र सलाउद्दीन, जो मां के साथ रहता है, वह भी कभी राजमिस्त्री का काम कर जीवन यापन कर रहा था। काम के  दौरान दुर्घटना में उसका दाया हाथ भी खराब हो चुका है। इसके परिवार में पत्नी के अलावा एक छोटा बच्चा है। लंबे समय से पेंशन नहीं मिलने से परिवार के समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। सेवा संस्थान के तनवीर अहमद ने सरकार को ट्वीट कर पेंशन भुगतान की मांग की है।

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