RIMS Cardiothoracic surgery: आज रिम्स का कार्डियोथोरासिक विभाग नित्य नये कीर्तिमान हासिल कर रहा है और अपनी बुलंदियों की ओर अग्रसर है। जिस बात की मैं माँग पिछ्ले कई वर्षों से कर रहा था कि हमें स्वायत्तता दी जाये। हमारे उपर कोई बँधन न हो और काम करनें का माहौल बने और हमें मौका मिले। यह मौका हमें डॉ विनीत महाजन के रिम्स आने से हमें मिला।
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उनके स्वागत के लिये मैंनें सोमवार को सबसे तेज महज दो घंटे में 18 वर्षीय गिरिडीह की काजल की ओपन हार्ट सर्जरी करके रिम्स और राज्य का सम्मान बढाया। साथ ही झारखंड का गौरव रिम्स की छमता से उन्हें अवगत कराया। आज काजल स्वस्थ है और नया जीवन पाकर प्रसन्न है। घर जाने के योग्य हो गई है वो भी ऑपरेशन के बाद महज चार दिनो में।
सोमवार को इस ऑपरेशन के मात्र दो बजे दिन में खत्म हो जाने से हमने अगले दिन सुबह सात बजे से ही जमशेदपुर की पिंकी पांडे की छोटे से चीरे से दिल के सुराग की ओपन हार्ट सर्जरी की। आज वो स्वस्थ है और अपने घर पर हैं, महज चार दिनों में।
फिर हमने बुधबार को एक 55 वर्षीय रोगी की फेफड़े की ट्यूमर का ऑपरेशन करने की योजना बनाई, लेकिन दुर्भाग्यवश उसकी खुन की रिपोर्ट की खराबी की वजह से ऑपरेशन के वक्त हमारे निस्चेतक नें थोडे दिन रुक कर और दवा चलाने की सलाह दी, ताकि ऑपरेशन में जान का खतरा कम हो जाये। अब वो बेहतर है हम जल्द ही उनकी सर्जरी कर उन्हें भी स्वस्थ कर देंगे।
गुरुवार को हमने फिर एक ओपन हार्ट सर्जरी की इस बर रुप पांडे जिसका दिल के भाल्व की बीमारी थी और दिल सिर्फ 30 फीसदी काम कर रहा था। उसका भी ओर्तिक वाल्व बदलकर हमने सफल ऑपरेशन किया। अब वो धीरे धीरे स्वस्थ हो रहे है।
शुक्रवार को हमनें फिर एक ओपन हार्ट सर्जरी की इस बार 15 बर्ष की सबंनम जिसके दिल का माईट्रल भाल्व पूरी तरह फैल गया था। रिम्स में यह दूसरा माइट्ल भाल्व रिपेयर है इससे पूर्व जब हमने मार्च 2019 में ऐम्स नई दिल्ली की प्रोफेसर देवगुरु के सहयोग से रिम्स में दुसरा ओपन हार्ट सर्जरी का वर्कशाप किया था, तो उसमें भी एक 25 वर्ष की पलामू की रोगी का माइट्ल भाल्व रिपेयर किया था। लेकिन इसबार यह माईट्रल भाल्व रिपेयर अपने दम खम पर पहली बार किया। रोगी अभी दुरुस्त है और अब खतरे से बाहर है।
कल की सफल ओपन हार्ट सर्जरी के साथ साथ हमने हमारी दुसरी ओटी में हजारीबाग मेडिकल कॉलेज से रेफर एक रोगी के दायें हाथ में फटी खुन की नस का भी सफल ओपरेशन किया।
आयुष्मान भारत में इस बीमारी के ऑपरेशन की कीमत 65000 रुपये है, लेकिन रोगी के पास आयुष्मान कार्ड नहीं होने पर भी इसका नि:शुल्क ऑपरेशन किया गया और आज उसे छुट्टी दे दी गई।
सारे ओपन हार्ट सर्जरी और वास्कुलर सर्जरी सफल रहे। रिम्स के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ की हमने अपने दम खम पर पाँच दिनों में चार सफल ओपन हार्ट सर्जरी और एक जटिल वास्कुलर सर्जरी की।
2 फरबरी 2019 को पी जी आई चंडीगढ़ के प्रोफेसर आनंद मिश्रा जो झारखंड के ही रहने वाले है, उनके सानिध्य में हमने ओपन हार्ट सर्जरी की प्रथम वर्कशाप करके ओपन हार्ट सर्जरी की रिम्स व झारखंड में शुरुआत की थी।
आज महज तीन वर्षो में कोरोना के तीन दंश झेलने के बाद भी हमने 150 से ज्यादा सफल ओपन हार्ट सर्जरी कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इसके अलावे 2017 के 1 जुलाई को ऐम्स नई दिल्ली से वापस आने के बाद हमने हजारो दुर्लभ लंग्स, वास्कुलर और क्लोज़्ड हार्ट सर्जरी कर राज्य और रिम्स का सम्मान बढाया है, और अपनी एक पहचान बनाया है।
रिम्स ईस्टर्न इंडिया का एक मात्र सरकारी संस्थान है जिसमें कार्डियोथोरासिक व वास्कुलर सर्जरी एक ही साथ होती है। ऐसा सिर्फ टीम की भावना और एक दुसरे के सम्मान से हो पाया। शायद इसीलिए कहा जाता है की एकता में बल है। उम्मीद है हमारी यह जोश बरकरार रहे और हम यूँ ही रिम्स और राज्य को गौरवान्वित करते रहें और आप सभी का सहयोग मिलता रहे और जनता का विश्वास हमपर यूँ बना रहे। यह सभी बातें कार्डियक सर्जन रिम्स रांची के ड़ॉ राकेश चौधरी ने कहीं