एनआईए ने झारखंड के लातेहार में डेढ़ साल पहले एक हमले में 4 पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्यारोपी को गिरफ्तार किया है. एनआईए की प्रवक्ता जया रॉय ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान मृत्युंजय कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह के रूप में की गई है. मृत्युंजय सीपीआई माओवादी संगठन का सक्रिय सदस्य है. मृत्युंजय का नाम खतरनाक नक्सलियों में लिया जाता है.
23 नवंबर, 2019 को झारखंड के लातेहार में 4 पुलिसकर्मियों की घात लगाकर हत्या कर दी गई थी. गश्त के दौरान पुलिस पार्टी पर हमला किया गया था. चंदवा के लुकईया मोड़ के समीप पुलिस गश्ती की टीम खड़ी थी. इसी दौरान भाकपा माओवादियों के मोटरसाइकिल दस्ते ने वाहन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. हमले में चार पुलिसकर्मी शहीद हुए थे. जिसके बाद पुलिस स्टेशन चंदवा, जिला लातेहार, झारखंड, में केस दर्ज हुआ था.

हालांकि, शुरुआती तफ्तीश में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनके खिलाफ चार्जशीट भी दायर की गई थी. हमलावरों ने पुलिस पार्टी के हथियार और गोला-बारूद भी लूट लिया था. मामला बेहद संगीन था लिहाजा मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई. एनआईए की प्रवक्ता जया रॉय के मुताबिक, जांच करने के दौरान एनआईए ने लातेहार, लोहरदगा और पलामू जिलों के कई जगहों पर तलाशी ली गई . चंदवा में मृत्युंजय कुमार सिह के ठिकानों में से एक पर तलाशी के दौरान 2.64 करोड़ रुपये की बेहिसाब धनराशि भी बरामद की गई. मृत्युंजय भाकपा माओवादियों का जोनल कमांडर है. उसपर भंडरिया में हत्या, आर्म्स एक्ट, नक्सल कांड सहित कई मामले दर्ज हैं.
मृत्युंजय भुईयां लातेहार जिले के छिपादोहर थाना क्षेत्र के चकलवा टोला नावाडीह का निवासी है. जांच से यह भी पता चला है कि घटना से एक दिन पहले मृत्युंजय कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह ने भालूजंगा जंगल में भाकपा (माओवादी) के क्षेत्रीय समिति सदस्य रवींद्र गंझू से मुलाकात की थी और उन्हें हमले के लिए पैसे मुहैया कराए थे. गिरफ्तार आरोपी को NIA की स्पेशल कोर्ट, रांची में पेश किया गया.

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