चरही| कोरोना संक्रमण के प्रसार को कम करने और रोकथाम के लिए सरकार और प्रशासन युद्ध स्तर पर काम कर रहे है। परंतु राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था काफी पिछड़ी होने के कारण सभी प्रयास कम पड़ रहे है। सरकार द्वारा राज्य के संसाधनों के इष्टतम प्रयोग के बावजूद स्वास्थ्य सुविधाएं अपर्याप्त नजर आ रही है। हजरीबाग जिले के चुरचू प्रखण्ड अब भी कोरोना महामारी की लड़ाई में काफी पीछे है। प्रखण्ड के दर्जन भर से अधिक प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक उपलब्ध नही हैं। कोविड मरीजो के लिए भी इन स्वास्थ्य केंद्रों में मुश्किल से ही ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था है। यही नही प्रखण्ड मे प्रखण्ड स्तरीय एम्बुलेंस वाहन भी उपलब्ध नही।
सोमवार को चुरचू प्रखण्ड के सभागार में कोरोना रोकथाम से संबंधित रणनीति तैयार करने को लेकर बैठक आयोजित की गयी थी। जिसमे प्रखण्ड में एम्बुलेंस नही होने का भी मामला उठा। जिसके बाद इस समस्या को लेकर प्रखण्ड के उप प्रमुख सह समाजसेवी चोलेसर महतो ने हजारीबाग जिला उपायुक्त, सांसद जयंत सिन्हा और मांडू विधानसभा विधायक जेपी पटेल को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा कि ग्रामीण इलाकों में एम्बुलेंस न होने के कारण बहुत दिक्कत सामने आ रही है। 108 एम्बुलेंस सेवा और ममता वाहन उपलब्ध है परंतु इनका कार्यक्षेत्र काफी विस्तारित है। प्रखण्ड के स्वास्थ्य विभाग के पास एम्बुलेंस नही है। यही नही उन्होंने लिखा कि चुरचू प्रखण्ड के स्वास्थ्य व्यवस्था पर आस-पास प्रखण्ड के लोगो का भी भार है। पत्र के माध्यम से उप-प्रमुख ने चुरचू प्रखण्ड में दो एम्बुलेंस की मांग की है, ताकि मरीजो को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सके।