बरकट्ठा प्रतिनिधि। साइबर ठगी के जरिये जल्दी धनवान बनने की चाह युवा के साथ-साथ किशोर भी साइबर ठगी अपराध के दलदल में जुड़ने की चर्चा लोग करने लगे हैं।

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साइबर अपराध को रोकने और क्षेत्र को अपराधमुक्त करने के लिए जागरुकता अभियान चलाने की जरूरत है । इसके लिए प्रशासन, सामाजिक संस्थाओं से लेकर समाज के जागरूक और बुद्धिजीवियों को आगे आने की आवश्यकता है ।

अपराध के मामले में बरकट्ठा और गोरहर थाना क्षेत्र से एक दर्जन से अधिक युवाओं पर केस दर्ज हुआ है।

साइबर ठगी अपराध के बारे में कई बुद्धिजीवी ने कहा है कि-

  • सरकार को सबसे पहले वैसे मोबाइल एप्प को बंद करना चाहिए।
  • पुलिस को विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
  • पुलिस विभाग में बने साइबर सेल को लगातार निगरानी रखनी होगी।

कैसे होती है ठगी?

साइबर अपराधी पहले स्कॉका, ऑक्युलेट जैसे मोबाइल एप्प के जरिये अश्लील फोटो भेजकर लड़की और महिला सर्विस मुहैया कराने के एवज में ऑनलाइन ठगी करते हैं । सूत्रों के मुताबिक ठगों ने ठगी के नए तरीके को इजाद कर अंजाम देने में जुटे हैं । अपराध की घटना होने पर पुलिस वैसे कई युवकों को हिरासत में लेती है और फिर पूछताछ और साक्ष्य के अभाव में उन्हें छोड़ दिया जाता है। साइबर अपराध रोकने के लिए क्षेत्र में गहन रूप से जागरुकता अभियान चलाने होंगे । अन्यथा आने वाले दिनों में झारखंड में दूसरा जामताड़ा बनने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है ।

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