रामगढ़। जिले में दीपावली और काली पूजा काफी धूमधाम से होती है। लेकिन इस बार कोरोना की वजह से इन दोनों पूजा की चमक फीकी पड़ सकती है। बुधवार को डीसी संदीप सिंह ने दोनों त्यौहारों को लेकर गाइडलाइन जारी किया है। इस गाइडलाइन का सबसे ज्यादा असर रजरप्पा मां छिन्नमस्तिका मंदिर में जुड़ने वाले श्रद्धालुओं पर पड़ेगा। अमावस्या की रात विशेष पूजा का अनुष्ठान मां छिन्नमस्तिका मंदिर में होता है। लेकिन सरकार के निर्देश के अनुसार यहां श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं लगेगी। इस पूजा में श्रद्धालुओं के निर्धारित संख्या ही दिखाई देगी। काली पूजा को लेकर जिले के विभिन्न स्थानों पर मूर्तियों की स्थापना भी की जाती है। दर्जनों जगहों पर पंडाल भी बनाए जाते हैं। इस बार कोविड-19 के नियमों के अनुसार मंदिरों में और निजी तौर पर पूजा करने वाले भक्तों से घर पर ही पूजा करने की अपील की गई है। समितियों को छोटे पूजा पंडाल का निर्माण करने की अनुमति दी गई है। पंडालों में जनता के प्रवेश पर प्रतिबंध रखा गया है। मंडप को सभी तरफ से बैरिकेडिंग करना है। बैरिकेडिंग के अंदर अधिकतम 15 लोगों के प्रवेश का आदेश है। पूजा पंडाल और मंडप के आसपास के क्षेत्र में ना तो प्रकाश से संबंधित को सजावट की जाएगी और ना ही वहां लाउडस्पीकर बजाए जाएंगे। कोई विसर्जन जुलूस नहीं होगा। मूर्तियों को जिला प्रशासन द्वारा अनुमोदित स्थान पर विसर्जित किया जाएगा।

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