पाकुड़। भागलपुर से हावड़ा के बीच चलने वाली पहली प्राइवेट के परिचालन पर अंतिम मुहर लग गई है। सप्ताह में सातों दिन चलने वाली ट्रेन का मेंटनेंस भागलपुर में ही नीजी हाथों में होगा। इसके मद्देनजर कोचिंग यार्ड डिपो में अलग से पिट लाइन आवंटित की जाएगी। रेलवे मंत्रालय ने इसके संबंध में पूर्व रेलवे मुख्यालय को पत्र भेजा गया है। जानकारी के मुताबिक भागलपुर-हावड़ा के बीच चलने वाली प्राइवेट ट्रेन भागलपुर रात 10 बजे पहुंचेगी और सुबह में खुलेगी। ऐसे में यार्ड में कौन सी पिट खाली रहती है। पिट लाइन विद्युतीकृत है या नहीं ऐसी कई जानकारियाँ अगस्त तक मांगी गई है। मेंटनेंस कर्मी टूल बॉक्स सहित अन्य संसाधन भी निजी होंगे।वहीं निविदा प्रक्रिया इसी साल शुरू होने की बात कही गई है, जिसके तहत  रिक्वेस्ट फॉर क्वॉलिफिकेशन का काम सितंबर 2020 तक फाइनल करना है। मार्च 2021 में निविदा खुलेगी, जिसमें  संबंधित एजेंसी या कंपनियों की निविदा खुलेगी। कंपनी का बैक ग्राउंड देखा जाएगा। इसके बाद ही ट्रेन एलॉट की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि रेलवे ने प्राइवेट ट्रेन परिचालन के लिए संपूर्ण देश को 12 कलस्टरों  में बांटा है, जिसके तहत हावड़ा को कलस्टर-छह में रखा गया है। भागलपुर-हावड़ा के बीच चलने वाली पहली प्राइवेट ट्रेन का परिचालन साहिबगंज-रामपुरहाट-वर्धवान के रास्ते होगा और 425 किमी की दूरी सवा आठ घंटे में पूरी होगी। इसका ठहराव भागलपुर-हावड़ा के बीच किन-किन स्टेशनों पर होगी, किराया क्या होगा इस पर निर्णय निविदा के बाद लिया जाएगा।वैसे प्रस्तावित ट्रेन की रफ्तार अधिकतम 160किमी प्रति घंटे रहने की बात कही गई है। रेलवे के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्राइवेट ट्रेन का रखरखाव का काम कम से कम सात हजार किमी पर होगी। जबकि ट्रेन में लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गार्ड रेलवे के होंगे। टिकटिंग, पार्सल और अन्य व्यावसायिक कामकाज के अलावा यात्री सुविधाओं का जिम्मा नीजी तौर पर होगा। संचालन कर्ता रेलवे को बोगियों के एवज में ट्रांसपोर्टेशन चार्ज देगा।साथ ही फ्लाइट की तर्ज पर इसमें सफर करने वाले यात्रियों का स्वागत होस्टेस करेगी।

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