गढ़वा । गढ़वा पुलिस की स्पेशल टीम ने उग्रवादी भानु सिंह खरवार को उसके प्रेमिका के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार पूर्व सबजोनल कमांडर भानु सिंह खरवार और उसकी प्रेमिका वृंदा कुमारी के पास एक एके-47 राइफल, एक मैगजीन, 20 राउंड गोली, एक काला रंग का पाउच, एक देशी कट्टा, दो जिंदा राउंड गोली, 7 मोबाइल, पावर बैंक, एक डीसी चार्जर, एक सोलर पैनल, दो बैग, एक डायरी बरामद की गई। डायरी में लेवी देने वालों का नाम दर्ज है। इस उग्रवादी पर कुल 14 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं।

एसपी अंजनी कुमार झा ने रविवार को पुलिस कार्यालय स्थित सभागार में पत्रकार वार्ता में बताया कि रंका, चिनिया, रमकंडा, चैनपुर में लगातार इसकी गतिविधि बढ़ रही थी। इस पर अंकुश लगाने के लिए लगातार पुलिस इन इलाकों में उसके ठिकानों पर विशेष छापेमारी अभियान चला रही थी। इसी बीच गुप्त सूचना के आधार पर रविवार को विशेष टीम गठित कर रंका थाना क्षेत्र के गांव जून एवं करी के जंगल में छापेमारी की गई। इस दौरान भानु सिंह खरवार को जंगल में चारों तरफ से घेर लिया गया। पुलिस को आते हुए देखकर भानु सिंह खरवार एवं उसकी प्रेमिका भागने लगे। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया।

एसपी ने बताया कि भानु भानु सिंह खरवार पूर्व में भाकपा माओवादी के सबजोनल कमांडर रह चुका है। 1 अक्टूबर 2016 को आत्मसमर्पण नीति के तहत किया था। आत्मसमर्पण के उपरांत 2020 में पर बाहर आया था। जेल से निकलने के बाद ग्रामीणों के बीच दहशत फैलाने का कार्य कर रहा था। इसके बाद 2021 में उसे पुनः गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। करीब डेढ़ माह जेल में रहने के बाद निकलने के बाद नक्सली संगठन को सक्रिय कर लड़कों को जोड़कर संगठन का विस्तार कर रहा था। आत्मसमर्पण करने से पहले उग्रवादी पर छह तथा जेल से बाहर आने के बाद अलग-अलग थानों में 8 मामले दर्ज हैं। रंका, रमकंडा, चिनिया में चल रहे विकास कार्यों की ठेकेदारों एवं स्थानीय लोगों से लेवी वसूलने का काम करता था। उस दौरान ठेकेदार व जनप्रतिनिधियों को डराने धमकाने का कार्य करता था।

एसपी ने बताया कि भानु सिंह खरवार के आत्मसमर्पण से पहले और आत्मसमर्पण के बाद कई आपराधिक इतिहास रहा है। भानु सिंह खरवार चिनिया थाना क्षेत्र के एलएनटी कंपनी मजदूरों के साथ मारपीट लेवी के पैसा मांगने में शामिल था। तहले में रोड निर्माण कंपनी के साइड पर लेवी के लिए पोस्टर भी चिपकाए था। भानु के ऊपर 8 मामले दर्ज है। रंका में भी वह कई अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुका है।

एसपी ने बताया कि भानु जेल से छूटने के बाद व संगठन को तेजी से बढ़ाना चाहता था। उसके लिए युवक-युवतियों को बहला-फुसलाकर संगठन से जोड़ रहा था। संगठन की मजबूती के लिए रंका, रमकंडा एवं चिनिया में मुखिया ठेकेदार सहित अन्य लोगों से पैसा वसूली का काम करता था। जो लोग लेवी नहीं देते थे। उसे डराने धमकाने का कार्य भी करता था।

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