इचाक। पेट्रोल डीजल के बेतहाशा वृद्धि पर प्रोफेशनल कांग्रेस के प्रमंडलीय अध्यक्ष डॉ आरसी प्र मेहता ने बरीयठ पेट्रोल पंप, विरोध स्थल पर कहा कि हिंदुस्तान में पेट्रोल 103रु एवं डीजल ₹95 प्रति लीटर, खाने का तेल ₹200 के करीब, रसोई गैस 1000 के करीब हो चुका है। उपरोक्त पेट्रोलियम पदार्थों वृद्धि के कारण हिंदुस्तान में बेतहाशा महंगाई बढ रहा है।
व्यापारी महंगे ट्रांसपोर्ट को बढ़ते तेल के दाम का कारण बता रहे हैं। कोरोना महामारी के समय पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। लॉकडाउन के कारण मजदूर, प्राइवेट संस्थान के कर्मचारी, शिक्षक, किसान, व्यापारी सभी बेरोजगार हो चुके हैं। जीडीपी माइनस में चल रहा है और महंगाई सुरसा की तरह बढ़ रही है।
आज देश में 30 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे जा चुके हैं। जो कहीं ना कहीं केंद्र सरकार के कमजोर नेतृत्व का दुष्परिणाम है।
7 वर्ष पूर्व जब देश में मनमोहन सरकार थी, उस समय डीजल ₹50 एवं पेट्रोल ₹60 था, तो तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को हमारे माननीय नेत्री स्मृति ईरानी बहन चूड़ियां भेंट किया करती थी।
बीजेपी संगठन एवं देश के कुछ मीडिया बंधु, मनमोहन सरकार को नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र देने की मांग करते थे। आज क्या स्मृति बहन के पास चूड़ियां की कमी हो गई है क्या? आज एनडीए गठबंधन एवं कुछ मीडिया बंधु चुप क्यों है? सच्चाई को उजागर करने की जरूरत है।
श्री मेहता ने केंद्र सरकार से मांग किया कि डीजल एवं पेट्रोलियम पदार्थ के वृद्धि पर तत्काल विराम लगाये। साथ ही केंद्र सरकार को सुझाव दिया कि पेट्रोलियम पदार्थों को GST (जीएसटी) के दायरे में लाया जाए, इससे पेट्रोलियम पदार्थों के वृद्धि में कंट्रोल किया जा सकता है।
विरोध सभा में मुख्य रूप से प्रोफेशनल कांग्रेस के सचिव झूमा मजूमदार, विजय मेहता मुंशी जी, शुभाशीष मजूमदार, साजिद अली खान, मनोहर यादव,सरफुल हक,झंडा,मरांडी,अजय पासवान, प्रमिला मरांडी इत्यादि लोगों ने भाग लिया।