गोड्डा। गोड्डा स्थित श्रम विभाग कार्यालय में कार्यरत क्लर्क सोनू मरांडी को पांच हजार रुपये घूस लेने के आरोप में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। सोनू मरांडी को एसीबी की टीम अपने साथ दुमका ले गयी। मामला लेबर लाइसेंस बनाने के एवज में घूस लेने का है।
उल्लेखनीय है कि गोड्डा में अडानी पावर लिमिटेड में एरिया इंचार्ज के पद पर कार्यरत राजीव कुमार रंजन ने लेबर लाइसेंस के लिए श्रम अधीक्षक कार्यालय में लाइसेंस के लिए आवेदन दिया था। इस दौरान श्रम विभाग में कार्यरत क्लर्क सोनू मरांडी ने लेबर लाइसेंस की फाइल श्रम अधीक्षक के पास भेजने के एवज में पांच हजार रुपये की मांग की। इसको लेकर सोनू मरांडी ने एक मई, 2022 को सिंगल विंडो सिस्टम से ऑनलाइन जेनरेटेड लाइसेंस के लिए पावती रसीद आवेदक राजीव कुमार काे दिया। इसके बाद लाइसेंस देने के लिए पांच हजार रुपये की मांग की गयी।
पांच हजार रुपये देने की मांग पर प्रधान क्लर्क सोनू मरांडी ने आवेदक की फाइल बेवजह लंबित रखा। इस दौरान बार-बार रुपये देने की मांग की गयी। वहीं, आवेदक राजीव कुमार घूस देना नहीं चाहता था। आवेदक ने इसकी शिकायत दुमका एसीबी ऑफिस में की गयी। शिकायत मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक स्तर के पदाधिकारी ने इस मामले की जांच की। जांच सही पाये जाने के बाद सोनू मरांडी को गिरफ्तार करने के लिए योजना बनायी गयी। एसीबी के पदाधिकारियों ने आवेदक राजीव को बताए अनुसार प्रधान क्लर्क को रुपये देने को कहा। दुमका से आयी चार सदस्यीय एसीबी की टीम ने योजनानुसार प्रधान क्लर्क को पांच हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है.।
गिरफ्तार क्लर्क सोनू मरांडी श्रम अधीक्षक कार्यालय में मूल रूप से निम्नवर्गीय लिपिक के पद पर कार्यरत है। वह दुमका जिले के छोटी रणबहियार-मड़गामा थाना हंसडीहा का रहनेवाला है।
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह तीन मई, 2022 को नगर थाना गोड्डा के एक एएसआई अनोद कुमार को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते धर दबोचा था। इस साल अब तक दो ट्रैप एसीबी दुमका की टीम ने की है और दोनों गोड्डा में ही हुए हैं।