रामगढ़। लॉक डाउन के दौरान जहां सारे विद्यालय बंद हैं, वही रामगढ़ जिला प्रशासन ने बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए एक अनोखी पहल की है। जिले में मोहल्ला क्लास चलाया जा रहा है। इसमें किसी भी स्कूल के छात्र शामिल हो सकते हैं। डीसी संदीप सिंह के निर्देश पर शुरू हुए इस क्लास की सराहना नीति आयोग ने भी की है। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल पर रामगढ़ जिले का एक वीडियो भी शेयर किया है। जिसमें 1 शिक्षक बच्चों को घर की छत पर पढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं। अमिताभ कांत ने यह लिखा है कि डीसी संदीप सिंह ने यह अनोखी पहल की है। इससे झारखंड के दूसरे जिले के अलावा देश के अन्य जिलों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे इसलिए इस आपदा के दौरान बच्चों को उनके मोहल्ले में शिक्षा दी जानी चाहिए। विद्यालय के शिक्षक अपने पोषक क्षेत्र में छोटे बच्चों को उनके घर पर ही 2 गज शारीरिक दूरी बरकरार रखते हुए आसानी से छत पर बिठा सकते हैं और उन्हें पढ़ा सकते हैं। अमिताभ कांत ने कहा है कि इस अनूठी पहल में सबसे खास बात यह है कि बच्चे किसी भी स्कूल के हो सकते हैं। शिक्षक को बस बच्चों को पढ़ाना है। ना कि यह देखना है कि बच्चे सरकारी स्कूल से पंजीकृत हैं, या निजी स्कूल से। मोहल्ला क्लास में शिक्षक आसानी से बच्चों को पढ़ा भी सकते हैं।
शुक्रवार को डीसी ने बताया कि जिले के तमाम सरकारी विद्यालय के शिक्षकों को यह निर्देश जारी किया गया है कि वे अपने क्षेत्र में बच्चों को पढ़ाने के लिए मोहल्ला क्लास का आयोजन करें। यह क्लास सप्ताह में दो से 3 दिन भी चल सकता है। अभी जब तक विद्यालय नहीं खुलते हैं, तब तक इस व्यवस्था से बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पाठशाला भी यूट्यूब के माध्यम से चलाई जा रही है। लेकिन छोटे बच्चे इस क्लास से वंचित हो जा रहे थे। इसलिए उन बच्चों को पढ़ाने के लिए मोहल्ला क्लास की व्यवस्था की गई है।

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