रामगढ़। सरकार ने लॉकडाउन किया है, ताकि कोरोना का संक्रमण ना फैले। लोग दो गज शारीरिक दूरी का पालन करें और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। इन नियमों के पालन से कोरोना जैसी महामारी से लोग बचेंगे। लेकिन रामगढ़ शहर के ऑटो चालकों के द्वारा लॉक डाउन का मतलब पैसा कमाने का टाइम हो गया है। इस दौर में भाड़ा जितनी मर्जी उतना वसूल लें। नियम का जितना चाहे उल्लंघन कर लें। कोई बोलने वाला नहीं है। ना तो एसोसिएशन कुछ कहेगा और ना ही प्रशासन के डंडे इन पर चलेंगे। रामगढ़ के ऑटो चालकों के द्वारा ना तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया जाता है और ना ही लोगों को बैठाने के दौरान 2 गज शारीरिक दूरी ही बरकरार रखी जाती है। यहां तक की मास्क भी अच्छे से नहीं लगाया जाता है। लेकिन भाड़ा तीन गुना जरूर वसूला जा रहा है।

आम नागरिकों ने डीसी को किया ट्वीट
रामगढ़ शहर के आनंद नामक एक युवक ने रविवार को डीसी संदीप सिंह को ट्वीट कर ऑटो चालकों के इस रवैया से अवगत कराया है। उसने ना सिर्फ तस्वीरें पोस्ट की हैं, बल्कि उसने एक वीडियो भी पोस्ट किया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि एक ऑटो चालक आगे की सीट से लेकर पीछे की सीट तक यात्रियों को ठूंस कर बैठा चुका है। इसके बाद भी वह किसी यात्री का इंतजार कर रहा है। उसके द्वारा फेस कवर भी सही से नहीं लगाया गया है। आनंद ने रामगढ़ डीसी को शहर का आईना दिखाते हुए यह भी कहा है कि यह ऑटो चालक निर्धारित दर से कई गुना अधिक पैसे भी वसूल रहे हैं।

एसोसिएशन भी बन गया मूकदर्शक
रामगढ़ शहर में ऑटो चालकों का एक एसोसिएशन भी है कोरोना महामारी से लड़ने के लिए जिला प्रशासन ने एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को सहयोग करने की अपील की थी। लेकिन उस अपील का असर भी नहीं हुआ एसोसिएशन मूकदर्शक बनकर यह हालात देख रहा है।

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