छठ के इस महापर्व में पारा शिक्षकों को किसी चमत्कार की आश है।

रांची।  झारखंड के 65000 पारा शिक्षक में से बहुत से पारा शिक्षकों को कई महीने से मानदेय नहीं मिला है. यही कारण है कि हर त्योहार में पारा शिक्षकों को सिर्फ निराशा ही हाथ आती है। पारा शिक्षकों की छठ-दिवाली, दुर्गा पूजा से लेकर ईद तक फीकी गुजरती है।

लगातार शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो और सरकार से पारा शिक्षक मानदेय और नियमावली को पारित करने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार सिर्फ तारीखों से उनकी हथेली भर रही है।

किसी भी पर्व त्योहार में पारा शिक्षकों के परिवार में खुशियों का माहौल कभी नहीं दिखता। त्योहारों में घरों को रंगना और धूम धाम से त्योहार मानना पारा शिक्षकों के लिए कठिन होता जा रहा है।

पारा शिक्षक संघ हमेशा एक दूसरे के साथ साथ खड़े रहे हैं। आने वाली 14 नवंबर तक हेमंत सरकार और शिक्षा मंत्री पारा शिक्षकों के लिए जल्द से जल्द नियमावली को पारित करे। पारा शिक्षकों की मांग जल्द से जल्द पूरा कर उनकी मुश्किलों को हल किया जाए।  छठ के इस महापर्व में पारा शिक्षकों को किसी चमत्कार की आश है।

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