रांची। राज्यसभा चुनाव 2016 में हॉर्स ट्रेडिंग के मामले में तत्कालीन एडीजी अनुराग गुप्ता के खिलाफ लगे आरोपों की जांच सीआईडी के एडीजी अनिल पालटा करेंगे। पुलिस मुख्यालय ने उन्हें यह जिम्मेवारी सौंपी है। वह पूरी जांच की मॉनिटरिंग करेंगे। पुलिस मुख्यालय सूत्रों ने शनिवार को बताया कि एसआईटी पहले से इसकी जांच कर रही है । लेकिन अनिल पालटा की मॉनिटरिंग से जांच में और तेजी आयेगी। गुप्ता के खिलाफ प्रस्तुत किए गए सबूत ऑडियो की फोरेंसिक जांच होगी और यह पता लगाने का प्रयास होगा कि उस ऑडियो में आवाज एडीजी अनुराग गुप्ता व अन्य आरोपितों की है या नहीं। उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पूर्व इस मामले में पुलिस मुख्यालय पहुंचे अनुराग गुप्ता ने प्रभारी डीजीपी सह विभागीय कार्यवाही के संचालक एमवी राव के सामने अपना पक्ष रखा था। उन्होंने इस मामले में खुद को निर्दोष बताया था। एडीजी अनुराग गुप्ता के खिलाफ चुनाव आयोग के आदेश पर विभागीय कार्यवाही चल रही है। फिलहाल अनुराग गुप्ता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर निलंबित किए गए हैं। उनपर आरोप है कि उन्होंने राज्यसभा चुनाव 2016 में भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मत देने के लिए कांग्रेस की तत्कालीन बड़कागांव विधायक निर्मला देवी को रुपए का लालच दिया था। उनके पति पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को धमकाया भी था । इस संबंध में फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो भी जारी हुआ था, जिसे न्यायालय के आदेश पर बड़कागांव की तत्कालीन विधायक निर्मला देवी पूर्व में ही न्यायालय में प्रस्तुत कर चुकी है। निर्वाचन आयोग की जांच और निर्देश के बाद 29 मार्च 2018 काे रांची के जगन्नाथपुर थाना में गुप्ता के खिलाफ आईपीसी की धारा 171 बी और 171 सी के तहत एफआईआर दर्ज है।
चुनाव आयोग ने एफआईआर करने के अलावा एडीजी अनुराग गुप्ता के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही चलाने का भी निर्देश दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राज्यसभा चुनाव 2016 में कथित गड़बड़ी की शिकायत को लेकर 2017 में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक सीडी जारी की थी। सीडी में भाजपा उम्मीदवार को वोट देने के लिए पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और एडीजी अनुराग गुप्ता के बीच बातचीत का जिक्र था।
इसके बाद आयोग के प्रधान सचिव वीरेंद्र कुमार ने रांची आकर जांच की थी। फिर तत्कालीन मुख्य सचिव को लिखे पत्र में अनुराग गुप्ता के खिलाफ केस दर्ज करने को कहा था। जांच के बाद 13 जून 2017 को निर्वाचन आयोग ने अनुराग गुप्ता के खिलाफ एफआईआर और विभागीय कार्यवाही चलाने का निर्देश दिया था। मरांडी ने कहा था कि कांग्रेस विधायक निर्मला देवी को वोट देने से रोकने के लिए उनके पति और पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को एडीजी अनुराग गुप्ता ने दो दिन में 26 बार फोन कर लालच और धमकियां दीं। सीडी में एक जगह योगेंद्र साव से गुप्ता कहते हैं कि अभी तीन-चार साल रघुवर सरकार रहेगी। आपको बहुत ऊंचाई तक ले जाएंगे। बात नहीं मानने पर दिक्कत होगी। मरांडी ने कहा था कि कांग्रेस विधायक निर्मला देवी को वोट देने से रोकने के लिए उनके पति और पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को एडीजी अनुराग गुप्ता ने एक दिन में 26 बार फोन कर लालच और धमकी दी थी।